बोकारो: झारखंड के बोकारो जिले में बालू के अवैध खनन व कारोबार के विरुद्ध सोमवार की शाम पांच बजे चलाये गये अभियान के दौरान सेक्टर 11 अंतर्गत भतुआ बस्ती दामोदर नदी तट के पास माफियाओं के इशारे पर भीड़ ने जिला खनन विभाग और बोकारो स्टील प्लांट की टीम पर हमला बोल दिया. बालू माफियाओं के इशारे पर भीड़ ने टीम के कई सदस्यों के कपड़े फाड़ दिये और वाहनों की चाभी छीन ली. इस दौरान बीएसएल नगर सेवा विभाग लैंड एंड एसेट के महाप्रबंधक एके सिंह को हल्की चोट आयी. हमले में कई पत्रकारों के अलावा अन्य लोग भी चोटिल हुए हैं. भीड़ ने एक होमगार्ड जवान का मोबाइल छीन लिया.
50 से अधिक ट्रैक्टर ड्राइवर भाग निकले
कार्रवाई करने गयी टीम के लोगों ने जहां-तहां छिप कर खुद को सुरक्षित किये और जिला पुलिस को सूचना दी. सिटी डीएसपी आलोक रंजन ने तुरंत पुलिस बल भेजा. इसके बाद टीम के सदस्यों को वहां से निकाला गया. बताया जाता है कि खनन विभाग व बीएसएल की टीम ने पहले अवैध खनन रोकने की कोशिश की. टीम को देख 50 से अधिक ट्रैक्टर ड्राइवर भाग निकले. इस दौरान टीम ने पांच ट्रैक्टरों की चाभी जब्त कर ली. यह देख वहां बड़ी संख्या में लोग जुट गये, जो बाद में हमलावर हो गये.
बीएसएल के सुरक्षा गार्ड ने चार लोगों को पकड़ पुलिस को सौंपा
बोकारो में भीड़ के हिंसात्मक होने पर जब पुलिस बल पहुंचा, तो बीएसएल के सुरक्षा गार्ड की भी हिम्मत बढ़ी. गार्ड ने चार लोगों को दबोच लिया, जिन्हें बाद में हरला थाना के सुपुर्द कर दिया गया. हमले से पहले जब्त ट्रैक्टरों की चाबी भी थाना में जमा की गयी है. इससे पूर्व हमले की जानकारी मिलने पर हरला थाना इंस्पेक्टर अनिल कच्छप दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस टीम को देख कर लोग तितर-बितर हो गये. पुलिस ने बीएसएल व प्रशासन के अधिकारियों को वहां से निकाला. श्री कच्छप ने बताया कि किसी भी अधिकारी को कोई परेशानी नहीं हुई है. वहीं लैंड एंड एसेट के महाप्रबंधक एके सिंह ने मामले में कहा कि बीएसएल की जमीन पर कोई अवैध कारोबार नहीं चलेगा. कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.
अपनी जमीन पर चल रहे अवैध धंधे को रोकने को ले बीएसएल गंभीर
महाप्रबंधक एके सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि क्षेत्र में बालू का अवैध कारोबार हो रहा है. सूचना के आधार पर कार्रवाई के लिए टीम पहुंची थी. लेकिन मॉब हमलावर हो गयी. मॉब पर किसी बात का असर नहीं हो रहा था. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी. सूचना पर पुलिस पहुंची और टीम को बाहर निकाला. इस बीच, अवैध खनन पर लगाम कसने के लिए हो रही कार्रवाई व मॉब की ओर से हुई प्रतिक्रिया के कारण बोकारो-धनबाद मुख्य मार्ग पर घटनास्थल का दृश्य बेहद अफरातफरी वाला हो गया था. बताते चलें कि भतुआ दामोदर तट से बालू का अवैध खनन और कारोबार फिर शुरू हो गया है.
ALSO READ: चंद्रपुरा में एक ही रात कई दुकानों व एक घर से चोरी