गालूडीह.
आसमान से आग बरस रही है. तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है. लोग अत्यधिक गर्मी से परेशान हैं. बीहड़ गांवों के ग्रामीण इस गर्मी में जंगल से लकड़ी, पत्ता, दतवन लाकर अपनी जीविका चला रहे हैं. सोमवार को 50 वर्षीय चेतन सबर की मौत हो गयी. वह गालूडीह थानांतर्गत बड़ाकुर्शी पंचायत के घुटिया सबर बस्ती का रहने वाला था. बस्ती के लोगों ने बताया कि चेतन सबर जंगल से लौटने के बाद कुछ दिनों से ठीक से खाना पीना नहीं कर पा रहा था. सोमवार को अचानक उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गयी. उनकी मौत हो गयी. ग्रामीणों ने आशंका जतायी कि लू लगने से उनकी मौत हुई है. चेतन सबर अपनी पत्नी जोबा सबर के साथ रहता था. उन्होंने बताया कि दंपती की कोई संतान नहीं है. चेतन सबर पत्नी जोबा सबर के साथ लकड़ी बेचकर गुजारा करता था. हर दिन सुबह पति-पत्नी जंगल लकड़ी, साल पत्ता, दतवन लाने जंगल जाते थे. गर्मी से लू लगने की बात ग्रामीण बता रहे हैं. हालांकि, उसे चिकित्सक के पास नहीं ले जाया गया था. तबीयत खराब हुई और घर पर उसकी मौत हो गयी. सबरों को आशंका है लू लगने से उसकी मौत हुई. हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है.
लू लगने से चियांबांधी आनंद मार्ग स्कूल का छात्र बेहोश
चाकुलिया स्थित चियांबांधी आनंद मार्ग स्कूल में सोमवार को चौथी कक्षा का छात्र मोहित सोरेन लू लगने से बेहोश हो गया. शिक्षकों ने उसे चाकुलिया सीएचसी में भर्ती कराया. डॉक्टर शंपा मन्ना घोष ने बच्चे का इलाज किया गया. जानकारी मिली कि मोहित सोरेन बर्डीकानपुर कालापाथर पंचायत स्थित लाउबेड़ा का रहने वाला है. स्कूल प्रतिदिन सुबह 6:30 से 9:30 बजे तक चलती है. विद्यालय के शिक्षक ने बताया कि मोहित प्रतिदिन की तरह सोमवार को स्वयं साइकिल चलाकर स्कूल पहुंचा. वह घर से बिना खाये स्कूल पहुंच गया था. प्रार्थना के दौरान बेहोश होकर गिर पड़ा था. डॉक्टर के मुताबिक खाली पेट होने के कारण अत्यधिक गर्मी से लू लगने के कारण प्रेशर लो हो गया और वह मूर्छित हो गया. इन सब के बीच सबसे आश्चर्य की बात यह रही कि यदि प्रार्थना के दौरान बच्चा बेहोश हुआ, तो उसे अस्पताल लाने में लगभग चार घंटे देर क्यों की गयी. मोहित को सुबह लगभग 10:30 बजे अस्पताल लाया गया था. यह विद्यालय के शिक्षकों की लापरवाही को दर्शाता है. बच्चा फिलहाल स्वस्थ है.