दुर्गापुर/पानागढ़,मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा गत 22 अप्रैल से अनिश्चितकालीन छुट्टी की घोषणा के बावजूद अभी भी दुर्गापुर के कई नामी निजी विद्यालय (School) सरकार के ऑर्डर के खिलाफ स्कूल को खोले हुए है. इस मामले को लेकर उक्त नामी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों का कहना है की जब सरकार ही भीषण गर्मी को देख स्कूलों को अनिश्चितकालीन समय के लिए बंद करने की घोषणा की है ऐसे में उक्त निजी स्कूल प्रबंधन स्कूल को खोलकर बच्चों को इस भीषण गर्मी में बुला रहे है. नाम नहीं छापने की शर्त पर कई अभिभावकों में उक्त विद्यालयों के खिलाफ घोर रोष है. अभिभावकों का कहना है की ये निजी विद्यालय इस भीषण गर्मी में भी जबरन स्कूल खोलकर सरकार को ही ठेंगा दिखा रहे है.
बच्चों को स्कूल नहीं भेजते तो उनके एटेंड्स कम कर दिए जाएंगे : अभिभावक
अभिभावकों का यह भी कहना है की यदि वे अपने बच्चो को स्कूल नहीं भेजते तो उनके एटेंड्स कम कर दिए जाएंगे. और पढ़ाई का भी नुकसान होगा. यदि विद्यालय बंद रहता तो यह सब समस्या उनके साथ नहीं होती. लेकिन दुर्गापुर के ये गिने चुने कुछ निजी स्कूल प्रबंधन अपने स्कूल को खोले हुए है.सरकारी फरमान को भी नहीं मान रहे है. इस मामले को लेकर कुछ अभिभावकों का कहना है की वे लोग जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग से आग्रह करना चाहते है की दुर्गापुर में सरकारी ऑर्डर का जो विद्यालय पालन नहीं कर रहे है उनके खिलाफ उपयुक्त कार्यवाही होनी चाहिए.
22 अप्रैल से स्कूलों में अनिश्चितकालीन छुट्टी की घोषणा
प्रदेश तृणमूल कांग्रेस शिक्षक सेल के एक्सक्यूटिव बॉडी मेंबर तथा नेपाली पाड़ा हिंदी हाई स्कूल के प्रधान शिक्षक समाजसेवी कलीमुल हक का कहना है की जिस तरह भीषण गर्मी पड़ रही है उसे देखते हुए ही राज्य सरकार ने 22 अप्रैल से स्कूलों में अनिश्चितकालीन छुट्टी की घोषणा की है लेकिन जो निजी स्कूल अभी तक सरकारी आदेश का पालन नहीं कर रहे है उन स्कूल के प्रबंधक को भी इस दिशा में उपयुक्त कदम उठाना चाहिए.चूंकि यह भीषण गर्मी निजी स्कूल के बच्चों को नही लगेगी ऐसा नही है. इस दिशा में उपयुक्त कदम उठाने की जरूरत है.
Mamata Banerjee : ममता बनर्जी ने कहा,भाजपा कितनी भी कोशिश कर ले बंगाल की जनता का विभाजन नहीं कर सकती