सड़क दुर्घटना का शिकार होने के बाद दुमका सदर अस्पताल में हुई मौत की पुष्टि
प्रतिनिधि, पाकुड़िया.
पाकुड़िया बाजार में सड़क दुर्घटना में कालीडीह गांव की स्वास्थ्य सहिया संचिता उड़ींदा की दुमका सदर अस्पताल में मौत की पुष्टि होने के बाद सोमवार की शाम को जैसे ही शव पाकुड़िया पहुंचा, लोगों का गुस्सा भड़क गया. शव को देखकर गुस्साई भीड़ ने संचिता को धक्का देकर भागने वाले हाइवा ट्रेलर को अविलंब जब्त कर कार्रवाई करने, मुआवजा एवं आश्रित बच्चों को नौकरी देने की मांग को लेकर पाकुड़िया थाना के सामने मुख्य सड़क पर शव को रखकर सड़क को जाम कर दिया. जाम के कारण पाकुड़िया से नलहटी, रामपुरहाट, दुमका एवं पाकुड़ जानेवाली सड़क पर आवागमन अवरुद्ध हो गया. सूचना मिलने के साथ देर शाम को महेशपुर एसडीपीओ विजय कुमार पाकुड़िया जाम स्थल पहुंचे. गुस्सायी भीड़ को काफी समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन उग्र भीड़ किसी भी तरह का समझौता करने को तैयार नहीं थी.
प्रशासन से लंबी वार्ता के बाद माने ग्रामीण :
प्रशासन और भीड़ के बीच लंबी वार्ता के बाद रात करीब 12 बजे दोनों पक्षों के बीच सहमति बनी. वार्ता के बीच एसडीपीओ विजय कुमार ने धक्का मारकर भागने वाले हाइवा ट्रेलर के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने, आश्रितों को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन मिलने के बाद भीड़ ने जाम वापस लिया. इधर, मृतक संचिता उड़ींदा के पति संजय उड़ींदा की शिकायत पर मंगलवार को पाकुड़िया पुलिस अज्ञात हाइवा ट्रेलर चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई में जुट गयी है. वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाकुड़िया प्रांगण स्थित सभागार में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ भरत भूषण भगत के नेतृत्व में मंगलवार को सभी चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी एवं स्वास्थ्य सहियाओं ने उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा. मौके पर चिकित्सक डॉ गंगाशंकर साह, डॉ पूनम भगत, डॉ बिनोद ठाका, एवं नित्य कुमार पाल, प्रभात दास, केटीएस संजय कुमार, योगेश कुमार व अन्य उपस्थित थे.