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एसएसबी व एपीएफ के जवानों ने की गश्ती

चुनाव को लेकर हो रही गश्ती

सिकटी. एसएसबी 52वीं बटालियन बी कंपनी लेटी के जवानों व नेपाल एपीएफ के सुरक्षाबलों ने मंगलवार को भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संयुक्त गश्ती की. लेटी कंपनी के असिस्टेंट कमांडेंट संतामान राय, नेपाल एपीएफ धानापट्टी के इंस्पेक्टर टेकेंद्र कार्की, एएसआइ सीतेश कुमार सिंह की संयुक्त टीम ने जवानों के साथ संयुक्त गश्ती कर नो मेंस लैंड पर स्थित पीलरों का जायजा लिया. ऐसा आगामी चुनाव के समय जब सीमा सील रहेगी तो सुरक्षा बलों को गश्ती में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े. अधिकारियों ने बताया कि दोनों देशों के सुरक्षाकर्मी संयुक्त गश्ती कर रहे हैं. जिससे चुनाव बिना किसी बाधा के संपन्न हो. उन्होंने बताया कि खुली सीमा के सभी स्थानों पर गश्त की जा रही है. वहीं सीमा की सुरक्षा को लेकर अराजक तत्व से निपटने, सीमा से अवैध सामानों की तस्करी व रोकथाम, दोनों देश की सुरक्षा की दृष्टिकोण से संभावित खतरों से बचने के लिए सीमा की महत्वपूर्ण जानकारियां एक दूसरे से साझा की गयी. अधिकारियों ने बताया कि आगामी चुनाव के मद्देनजर सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था पहले से चुस्त दुरुस्त कर दी गयी है. लगातार गश्ती अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान सीमा पर प्रत्येक आने जाने वालों पर नजर रखी जा रही है.

अभाविप ने मनाया वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव

अररिया.

अभाविप ने जिला मुख्यालय के शिवपुरी स्थित स्थानीय परिषद कार्यालय परिसर में स्वतंत्रता संग्राम के महान योद्धा बाबू वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव दिवस धूमधाम से मनाया. इस अवसर पर अभाविप के एसएफएस प्रांत प्रमुख सह सिंडिकेट सदस्य प्रो एमपी सिंह व जिला संयोजक अजीत रंजन ने संयुक्त रूप से बाबू कुंवर सिंह के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर श्रद्धासुमन अर्पित किया. वहीं एमपी सिंह ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी, अदम्य साहस व शौर्य के प्रतीक बाबू वीर कुंवर सिंह को विजयोत्सव पर कोटि-कोटि नमन. उन्होंने कहा कि 1857 ईसवी के विद्रोह को भारत के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन के रूप में माना जाता है. आज के ही दिन 23 अप्रैल को वीर कुमार सिंह जी ने जगदीशपुर स्थित अपने किले पर अंग्रेजों को हराकर अपना अधिकार पुनः प्राप्त किया था. इसीलिए आज के दिन को विजयोत्सव के रूप में मनाया जाता है. एमपी सिंह ने कहा कि आजादी के कई दशकों बाद तक बाबू वीर कुंवर सिंह व अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की वीर गाथाओं को दबाने की साजिश की गयी. जिसका परिणाम यह हुआ कि जो वीर शहीद वास्तव में स्मरणीय होने चाहिए उन्हें भुला दिया गया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता, अखंडता व स्वाभिमान के प्रतिमूर्ति के रूप में उन्हें हमेशा याद रखा जायेगा. इस मौके पर प्रदेश कार्यकारी परिषद सदस्य प्रीति पायल, गोविंद कुमार मंडल, प्रिंस यादव, अंकित कुमार यादव, रोशन सिंह, अंकित सिन्हा, रिचा कुमारी, अभिलाषा कुमारी, रवि रंजन, अमर कुमार, इंद्रजीत कुमार सहित अन्य मौजूद थे.

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