गिरिडीह.
“कोई भी परेशानी आपके लक्ष्य से बड़ी नहीं होती. इस बात को आपको अपने मन में बिठाना पड़ेगा. आप में बहुत पोटेंशियल है. इसलिए कोई भी एग्जाम ऐसा नहीं, जिसे आप क्वालीफाई नहीं कर सकते, बशर्ते आपको डिजायर के साथ-साथ डेडीकेशन की जरूरत होती है.” ये बातें गिरिडीह शहर के भंडारीडीह की रहने वाली नाजिया परवीन ने मंगलवार को सर जेसी बोस सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस गर्ल्स में आयोजित कॅरियर काउंसलिंग कार्यक्रम में कही. नाजिया ने हाल ही में यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया में 670 रैंक लाया है.
सोशल मीडिया का करना होगा सदुपयोग :
नाजिया ने आगे कहा कि आज के सोशल मीडिया के युग में यदि आप ऐसी प्रतिष्ठित परीक्षा को क्वालीफाई करना चाहते हैं तो आपको सोशल मीडिया का सदुपयोग करना पड़ेगा. इंस्टाग्राम, फेसबुक, व्हाट्सएप व टेलीग्राम जैसे साइट्स आपका समय बर्बाद करते हैं और आपके जीवन को भी. आप अपने दिल और दिमाग में एक बात लेकर काम करें कि मुझे टॉप आना है. कॉन्फिडेंस को बढ़ाने के लिए अपने मस्तिष्क को नॉलेज से भरिए और जब आपके पास नॉलेज होगा तो आपका कॉन्फिडेंस लेवल भी ऊपर होगा.अंदर से डेडीकेशन और पैशन को जिंदा करना होगा.
देश की पॉलिसी मेकिंग में महिलाओं की भागीदारी कम :
आपने यूपीएससी क्यों चुना के जवाब में कहा कि नाजिया ने कहा कि आज देश की पॉलिसी मेकिंग में महिलाओं की संख्या बहुत कम है और इसलिए महिलाओं के मुद्दे महिलाओं की बातें जब नीति निर्धारण होता है तो उनकी उपस्थिति कम होने से होने वह स्थान नहीं मिल पा रही है, इसलिए हम जैसी बेटियां जब नियम कानून को बनाने के लिए सशक्त हो पाएंगे तो महिलाओं की बातें और अधिक होगी उन्हें और स्थान मिलेगा. समर्पण, मोटिवेशन व फैमिली का सपोर्ट सफलता का राज : सफलता के राज को जानने का छात्रा प्रज्ञा कुमारी ने कोशिश की तो नाजिया ने कहा कि खुद के समर्पण, पेरेंट्स का मोटिवेशन और फैमिली का सपोर्ट. ये तीन चीजें ही हमारे पास थीं, जिसने मुझे चौथे प्रयास में यूपीएससी क्वालीफाई करने में सफलता दिलायी. आप जीवन में सफल होना चाहते हैं तो अपनी गलतियों को दोहराएं नहीं. अपनी अगली कोशिश में उसे दूर करें और एक दिन आप भी सफलता की उस मंजिल पर होंगे.
छात्राओं की जिज्ञासा कुछ इस तरह किया शांत :
कॅरियर काउंसलिंग के दौरान 15 से 20 छात्राओं ने यूपीएससी के सिलेबस, कोचिंग कहां से करें, परीक्षा को क्रैक करने के लिए कॉन्फिडेंस कहां से लाएंगे, परिवार के लोग यदि एक बार के बाद हमें सपोर्ट ना करें तो उन्हें हम कैसे अपने पक्ष में खड़ा कर पायेंगे जैसे तमाम सवालों का नाजिया ने बेबाकी से जवाब दिया. कहा कि निश्चित रूप से विद्यालय के लिए यह एक बहुत ही उम्दा पल है, जिसमें विद्यालय परिवार अपने बच्चियों के लिए ऐसे-ऐसे सफलता के नायकों को लगातार विद्यालय में लाकर उनके हौसले और मनोबल को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है.
शॉल ओढ़ा कर किया गया सम्मानित :
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के प्राचार्य मुन्ना प्रसाद कुशवाहा और शिक्षिका गीता कुमारी ने नाजिया को बुके और शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया. मौके पर शिक्षक मो. अख्तर अंसारी, मो. रेहान अहमद, इंद्रदेव साव, बम शंकर मंडल, पुलेज मरांडी, सीमाब अख्तर, समीर सोरेन, अनीता मिश्रा, कुसुम कुमारी, संध्या संथालिया, मिथिलेश कुमार वर्मा, रेणु अग्रवाल, स्मिता प्रसाद, कमलेश कुमार तिवारी, शोभा पांडेय, कामदेव प्रसाद यादव, इशरत परवीन, पार्थ, सारथी, अमरेश कुमार के अलावा पूरे विद्यालय परिवार ने हिस्सा लिया.