Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के एक बयान पर घमासान छिड़ गया है. कांग्रेस और बीजेपी एक बार फिर आमने-सामने आ गई है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उनके बयान को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. वहीं, कांग्रेस बयान से किनारा करती दिख रही है. और, खुद पित्रोदा कह रहे हैं कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने कहा है कि अमेरिका में एक विरासत टैक्स है इसका मतलब है कि अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और उसकी मृत्यु हो जाती है तो वह केवल 45 फीसदी संपत्ति ही अपने बच्चों को ट्रांसफर कर सकता है. उसका संपत्ति का 55 फीसदी सरकार ले लेती है.
अमित शाह ने साधा कांग्रेस पर निशाना
वहीं, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा की टिप्पणी पर केंद्रीय गृह मंत्री गृह मंत्री अमित ने निशान साधते हुए कहा कि सैम पित्रोदा की टिप्पणी के बाद कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बेनकाब हो गई है. सबसे पहले उनके घोषणा पत्र में सर्वे का जिक्र, मनमोहन सिंह की पुराना बयान जो कांग्रेस की विरासत है कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है, और अब सैम पित्रोदा की अमेरिका का हवाला देते हुए टिप्पणी कि धन के वितरण पर विचार-विमर्श होना चाहिए. अब जब पीएम मोदी ने यह मुद्दा उठाया, तो राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूरी कांग्रेस पार्टी इस बात पर बैकफुट पर है कि यह उनका मकसद कभी नहीं था, लेकिन आज सैम पित्रोदा के बयान ने देश के सामने कांग्रेस का मकसद स्पष्ट कर दिया है. शाह ने कहा कि कांग्रेस को या तो इसे अपने घोषणापत्र से वापस लेना चाहिए या स्वीकार करना चाहिए कि यह वास्तव में उनका इरादा है. मैं चाहता हूं कि लोग सैम पित्रोदा के बयान को गंभीरता से लें. उनकी मंशा अब सामने आ गई है, इसका संज्ञान लोगों को लेना चाहिए.
वहीं, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि पहले कांग्रेस के घोषणापत्र में वित्तीय पैकेज का जिक्र था, फिर राहुल गांधी ने हैदराबाद में धन वितरण की बात शामिल कर दी. आज राहुल गांधी के मुख्य सलाहकार अमेरिका जैसा कानून बनाने का प्रस्ताव दे रहे हैं. ऐसे राज्य जहां 55 फीसदी लोगों की संपत्ति हड़प सकती है सरकार. आज सैम पित्रोदा ने बड़ा खुलासा किया है कि सत्ता में आने पर कांग्रेस कितने फीसदी लोगों की संपत्ति हड़पने या हड़पने की योजना बना रही है. कांग्रेस के सत्ता में आने को लेकर पीएम मोदी की चिंताओं को प्रमाणित करता है. एक तरफ, पीएम मोदी का दृष्टिकोण भारत की आकांक्षा, विकास और प्रगति करना है, वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस का लक्ष्य किसानों, मेहनतकश लोगों की संपत्ति को लूटना, छीनना और हड़पना है.
कांग्रेस ने दी सफाई
वहीं, कांग्रेस सैम पित्रोदा के बयान पर सफाई दे रही है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि सैम पित्रोदा दुनिया भर में कई लोगों के गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं. रमेश ने कहा कि वो खुद भी सैम को गुरु मानते हैं. उन्होंने भारत के विकास में असंख्य, स्थायी योगदान दिया है. वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. पित्रोदा उन मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त करते हैं जिनके बारे में वे दृढ़ता से महसूस करते हैं. रमेश ने कहा कि निश्चित रूप से लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने विचारों पर चर्चा करने, उसे बोलने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है. इसका मतलब यह नहीं है कि पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को दर्शाते हैं.
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