पिपरवार
किचटो पंचायत अंतर्गत हफुआ गांव के चकवाटांड़ में कुएं सूख गये हैं. कुछ कुएं सूखने के कगार पर है. जिन कुओं में थोड़ा पानी है वह काफी गंदा हो गया है. ग्रामीण विवशता में उक्त पानी को कपड़े से छानकर उपयोग में लाने को विवश हैं. जानकारी के अनुसार रात भर कुएं में पानी का थोड़ा-बहुत संग्रह हो जाता है. पर, सुबह होते ही पानी भरने के लिए ग्रामीणों की लाइन लग जाती है. कई बार तो पानी भरने के दौरान महिलाओं के बीच झगड़े भी हो जा रहे हैं. कुओं के सूखने की वजह निकट में दामोदर नद का होना बताया जाता है.दामोदर नद से पानी ढोती हैं महिलाएं
ग्रामीण महिलाओं को पानी की अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए एक किमी दूर दामोदर नद जाना पड़ता है. गांव में हैंडपंप नहीं है. जिसके कारण पानी की किल्लत है. इस संबंध में समाजसेवी व भाजपा नेता मणिलाल महतो बताते हैं कि सरकार द्वारा टोला में सौर ऊर्जा चलित जलमीनार लगाया गया था. पर, एक वर्ष पूर्व चोरों ने बोरिंग में लगे सबमर्सिबल पंप चुरा ले गये. इसके बाद सरकार द्वारा दुबारा पंप लगाने की कोशिश नहीं की गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है