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20 मिनट तूफान के बाद 24 घंटे बिजली गुल

आंधी में 24 घंटे से बिजली गुल है

औरंगाबाद/अंबा. आजादी के अमृत महोत्सव पर विकास कार्यों की गाथा गिनायी जाती रही थी. शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी के बाद बिजली को अधिक फोकस किया जाता है. दावे किये जाते है कि शहर से गांव तक 22 घंटे बिजली की सप्लाई दी जा रही है, लेकिन 20 मिनट की चक्रवाती तूफान ने पूरे दावे को ध्वस्त कर दिया. वैसे भी औरंगाबाद जिले के लोगों को बिजली व्यवस्था परेशान करती रही है. जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक तंत्र के अधिकारी भी समय पर मौन हो जाते है. सरकारी उपलब्धियों को बिजली विभाग झूठलाती रही है. हल्की हवा चलने पर भी घंटों या यूं कहे दो-दो दिन तक बिजली गुल हो जाती है. बिजली की लचर व्यवस्था सुधरने के बजाय बढ़ती जा रही है. खासकर गर्मी में स्थिति भयावह हो जाती है. आये दिन कहीं पोल टूटने, तो कही तार गिरने व कही फॉल्ट लगने की समस्या से उपभोक्ताओं को गुजरना पड़ता है. मंगलवार की शाम थोड़ी देर की आंधी में 24 घंटे से बिजली गुल है. बिजली गुल हो जाने से जहां एक ओर लोग अंधेरे में रात काटने को भी विवश हुए, तो वहीं दूसरी ओर आम लोग उमस भरी गर्मी से बेचैन रहे. इतना ही नहीं आम लोगों के समक्ष पेयजल का संकट भी बना रहा. आखिर पेयजल की संकट हो भी क्यों नहीं जब भू जलस्तर नीचे चले जाने से क्षेत्र में चापाकल नहीं दिखता है. गांव-घर के लोग नल-जल के भरोसे हैं. बिजली सप्लाई नहीं होने से वाटर प्लांट शोभा की वस्तु बन जा रही है. बिजली पर ही सबकुछ निर्भर है. उपभोक्ता चंदन तिवारी, कंचन पांडेय, प्रमोद मौआर आदि लोगों ने कहा कि महज 15-20 मिनट की चक्रवाती तूफान से पूरे जिले की बिजली व्यवस्था चरमरा गयी. ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी समाहरणालय में बैठकर आराम फरमाते हैं जिसकी वजह से बिजली विभाग के कर्मी तानाशाह हो गये हैं. उन्हें सही समय पर बिजली आपूर्ति करने से कोई लेना-देना नहीं है. विभाग से प्राप्त जानकर के अनुसार तूफान से जिला मुख्यालय टाउन से लेकर सभी क्षेत्रों में 33 हजार फीडर ब्रेक डाउन कर गया. वहीं अंबा, नवीनगर, माली व बैरिया पीएसएस के अधिनस्थ क्षेत्र के लोगो को सबसे अधिक परेशानी हुई. नवीनगर के एसडीईओ ने बताया कि सनथुआ गांव के बधार में 33 हजार केवीए के सात पोल का तार टूट कर जमीन पर आ गया है. इसके वजह से उसके अधिनस्थ पीएसएस में लगातार बिजली आपूर्ति बाधित रही. बिजली बाधित रहने से सबसे अधिक बैचैनी नवजात शिशुओं व छोटे बच्चों के साथ उनकी माताओं को झेलनी पड़ी है. जिला मुख्यालय में भी पानी की हुई किल्लत चंद मिनट की तूफान से जिला मुख्यालय में बिजली सप्लाई के साथ-साथ पेयजल आपूर्ति बाधित हो गयी. कई मुहल्ले अंधेरे में डूब गये. बुधवार की शाम तक कई मुहल्लों में सप्लाई शुरू नहीं की जा सकी थी. पूरी रात आपूर्ति बाधित रही. रामाबांध, क्षत्रियनगर, नागा बिगहा, बिराटपुर, शाहपुर सहित कई मुहल्लों में पेयजल के लिए हाहाकार मच गया. हालांकि, कुछ वीआइपी इलाकों में बिजली सप्लाई की जा रही थी. वैसे भी शिफ्ट की बिजली कुछ लोगों के लिए कारगर तो कुछ लोगों के लिए परेशानियों का कारण बनती रही है. अंबा व रामाबांध का एक ही पोल से कंनेक्ट है 33 हजार केवीए का तार सरकार अनवरत बिजली सेवा बहाल रखने के लिए विभाग को हर संभव मदद कर रही है. इसके बावजूद विभागीय कर्मी व अधिकारी अनदेखी कर रहे है. विभाग की लापरवाही जग जाहिर है, जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है. माना जाता है कि बिजली विभाग के अधिकारी बिजली बिल में सुधार के बजाय सिर्फ छापेमारी करने में लगे रहते है. इस दौरान उपभोक्ताओं के जाने-अनजाने की थोड़ी सी गलती पर लाखों रुपये जुर्माना कर दिए जाते है. इस तरह की मनमानी से लोग पूरी तरह से त्रस्त हैं. इस बार हाल फिलहाल में बिजली विभाग की लापरवाही से 20 दिनों के अंदर जिले में अगलगी की दर्जनों घटनाएं हुई है. जिला फायर ब्रिगेड स्टेशन से मिली जानकारी के अनुसार बिजली के तार टूटने कर फसल पर गिरने व फॉल्ट लगने से अधिकांश अगलगी की घटनाएं हुई है. इसका मुख्य वजह अधिकांश जगहो पर कई फीडर के हाइटेंशन का तार का एक पोल से कंटेक्ट बताया जाता है. गौरतलब है कि अंबा व रामाबांध 33 हजार केवीए का तार औरंगाबाद में एक हीं पोल से कंनेक्ट है. एक तरफ कहीं मामूली फॉल्ट होने पर अंबा व रामाबांध दोनों साइड के फीडर में बिजली आपूर्ति बाधित रहती है. सुरक्षात्मक दृष्टि से विभाग को दोनो फीडर में सप्लाई प्रभावित करना उनकी मजबूरी है. इसके पहले फोर पोल अंबा व बैरांव तथा जमुआ पीएसएस में भी इसी तरह की समस्या थी. शायद उसे ठीक करा लिया गया है. इधर संवाद लिखे जाने तक जिले के दक्षिणी क्षेत्र में कहीं भी बिजली आपूर्ति नहीं शुरू कराई गई है. हालांकि टेक्निकल इंजीनियर, कर्मी व मिस्त्री टूटे हुए तार-पोल को ठीक करने में जुटे है. आम नागरिक बिजली सप्लाई के आस में बल्ब तरफ टकटकी लगाए हुए है. विदित हो कि शहरी क्षेत्र में पानी के अभाव में शौचालय जाने की समस्या उत्पन्न हो गई है. क्या बताते हैं अधिकारी तेज आंधी व चक्रवाती तूफान के वजह से जिले के विभिन्न क्षेत्रों में एलटी से लेकर 33 हजार फीडर का तार-पोल टूट कर गिर गया है. इसकी वजह से जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली सप्लाई बाधित हुई है. उसे ठीक करने में विभागीय कर्मी जुटे हुए हैं. शीघ्र हीं टूटे पोल को दुरूस्त कर बिजली सप्लाई शुरू करा दी जायेगी. सुमित कुमार, कार्यपालक अभियंता

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