बेंगाबाद.
केएन बक्शी बीएड कॉलेज में बुधवार को ‘शिक्षा में क्षेत्रीय भाषा की भूमिका’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया. उद्घाटन मुख्य अतिथि एसबीएम टीचर ट्रेनिंग कॉलेज हजारीबाग के सहायक प्राध्यापक अमित कुमार सिंह व केएन बक्शी बीएड कॉलेज के प्राचार्य डॉ अजीत कुमार सिंह सहित अन्य अतिथियों ने किया. इस मौके पर मुख्य अतिथि श्री सिंह ने कहा कि मनुष्य को शिक्षित करने के लिए भाषा को ही माध्यम बनाया जाता है. ज्ञान विज्ञान का सबसे सर्वोत्तम जरिया भाषा ही है. मुख्य वक्ता सह प्राचार्य डॉ सिंह ने कहा भारत व अन्य एशियाई देशों में अंग्रेजी माध्यम की जगह क्षेत्रीय भाषा का उपयोग करने का सलाह दिया जाता है. इसका कारण यह है कि छात्रों के सीखने पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. विशेष रूप से विज्ञान व गणित में प्रदर्शन अंग्रेजी की तुलना में अपनी मूल भाषा में पढ़ने वाले छात्रों में बेहतर पाया गया है. मौके पर कॉलेज के शिक्षक विनोद कुमार सुमन, नूतन शर्मा, मदन कुमार, डॉ सुरेश यादव, शिक्षकेतर कर्मचारी रतन सिन्हा, रागिनी कुमारी, नारायण कोल, विनय कुमार, विक्रम कुमार, जयप्रकाश कुमार, राकेश कुमार, शंकर पंडित, प्रशिक्षणार्थी विद्यानंद हांसदा, खेला किस्कू, रितिक कुमार, पप्पू वर्मा, मनोज पांडेय, सहजानंद वर्मा, सद्दाम हुसैन, नागेश्वर मंडल, सारिका अग्रवाल, ममता कुमारी, रितिका कुमारी, सोनम कुमारी, ममता प्रियदर्शी, प्रेमलता कुमारी, सुबोदी मरांडी, नाजमा नुसरत आदि उपस्थित थे. संचालन शिक्षक पवन कुमार सुमन एवं धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक निलेश लकड़ा ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है