गुड़ाबांदा.
गुड़ाबांदा प्रखंड के बनमाकड़ी समेत कई गांवों और वन क्षेत्र में लाल मिट्टी का अवैध खनन जारी है. उक्त मिट्टी को अवैध रूप से निकाल कर लोकल ईंट भट्ठा में उपयोग किया जा रहा है. वहीं, ईंट भट्ठा में ईंट पकाने के लिये जंगल से पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है. भट्ठी जलाने के लिए लकड़ी का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है. प्रखंड में अवैध खनन व जंगल की कटाई का असर पर्यावरण पर पड़ने लगा है. लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.क्षेत्र से सैकड़ों पेड़ काट ले गये तस्कर
जानकारी के अनुसार, कुकुरकाटा, खाड़ियाबांदा, जयघंटपुर, जियान, मुचरीसोल, गुड़ा, बनमाकड़ी आदि क्षेत्र में ज्यादा मात्रा में लाल मिट्टी का अवैध खनन हो रहा है. वन विभाग की जमीन पर खनन माफिया मिट्टी व मुरूम का अवैध खनन कर रहे हैं. इस दौरान वन विभाग की भूमि पर साल के पेड़ और फलदार पेड़ों की कटाई हो रही है. तस्करों ने क्षेत्र में सैकड़ों पेड़ को काटकर बर्बाद कर दिया है. पेड़ की कटाई व मिट्टी खनन से बरसात में कटाव में तेजी आयेगी.चारों ओर जंगल होने का फायदा उठा रहे अपराधी
ग्रामीणों का कहना है कि चारों ओर जंगल से घिरे होने के कारण खुदाई, जंगल कटाई व परिवहन पर किसी की नजर नहीं पड़ता है. ऐसे में माफिया मालामाल हो रहे हैं. वहीं, वन विभाग व स्थानीय प्रशासन चुप है. लोगों में विभाग के खिलाफ भारी आक्रोश है.
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