पटना. डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने दत्तक ग्रहण के तहत पांच बालिकाओं व एक बालक को दंपती को सौंपा. इसमें एक-एक बालिका को स्पेन व माल्टा के दंपती ने गोद लिया. डीएम ने अरुणोदय विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में रह रही दो बालिकाओं को अंतर्देशीय दत्तक ग्रहण मामले में दत्तक ग्रहण विनियम 2022 का पालन करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माल्टा व स्पेन के दत्तक ग्रहण माता-पिता से अभिरुचि जांच कर आदेश निर्गत किया. इसमें लावारिस व जख्मी अवस्था में प्राप्त नौ दिन की बालिका को फुलवारीशरीफ से सिटी चाइल्ड लाइन पटना के द्वारा एम्स में चार माह इलाज कराने के बाद अरुणोदय विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में रखा गया था. इसे स्पेन के दंपती ने गोद लिया. राजेंद्र नगर टर्मिनल से भटकी अवस्था में रेलवे चाइल्ड लाइन के द्वारा डेढ़ साल की बालिका को माल्टा के दंपती ने गोद लिया. अरुणोदय विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में रह रही एक बालिका को मुंबई और सृजनी विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में रह रहीं दो बालिकाओं में एक बालिका तेलंगाना व एक को पटना जिले के दंपती को दत्तक ग्रहण में दिया गया. एक बालक को बिहार के औरंगाबाद के दंपती को सौंपा गया. इस अवसर पर सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई उदय कुमार झा ने बताया कि बालकों के बजाय अब बालिकाओं को गोद लेने की चाह बढ़ रही है. बेटी को गोद लेने के लिए दंपती दो से तीन साल का इंतजार कर रहे हैं. पिछले पांच साल में कुल 98 बच्चे गोद लिये गये हैं. इनमें 66 बालिकाएं व 32 बालक दत्तक ग्रहण में दंपती को सौंपे गये.
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