नकली सोना गिरवी रख बैंक को लगाया 1.29 करोड़ का चूना, 32 लोगों पर प्राथमिकीबैंक ऑफ इंडिया, सरायढेला का मामला28 ऋणधारकों, तीन मूल्यांकनकर्ताओं और एक बैंककर्मी को किया गया नामजद
नीरज अंबष्ट, धनबाद
बैंक ऑफ इंडिया की सरायढेला शाखा से 28 लोगों ने नकली सोने के जेवरात गिरवी रख कर 1.29 करोड़ रुपये ऋण ले लिये. इस संबंध में बैंक के सीनियर मैनेजर विश्व प्रताप सिंह ने बुधवार को सरायढेला थाना में 28 ऋणधारकों और बैंककर्मी समेत 32 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. ऋण लेने के 26 मामले 2022 और दो मामले 2023 के हैं. ऋण वापस नहीं होने पर मामले का खुलासा हुआ.यह है मामला : सीनियर बैंक मैनेजर ने पुलिस को बताया कि ऋण ली गयी रकम की वसूली के लिए ऋणधारकों को नोटिस जारी किया गया, लेकिन किसी ने भुगतान नहीं किया. इसके बाद बैंक के दिशा निर्देश के अनुसार उन्हें ऋण राशि चुकाने के निर्देश के साथ नीलामी सूचना के लिए नोटिस भेजा गया. नोटिस में कहा गया कि रकम नहीं चुकाने पर बैंक शाखा में गिरवी रखे गए सोने के गहनों की नीलामी कर दी जाएगी. लेकिन इसके बाद भी कोई न बैंक पहुंचा और न ही ऋण राशि का भुगतान किया. ऐसे में गिरवी रखे गये सोने के गहनों के सील बंद पैकेट को खोलने के लिए एक समिति का गठन किया गया. उक्त सोने के गहनों का पुनर्मूल्यांकन भी बैंक के स्वीकृत सोने के मूल्यांकनकर्ता प्रवीण कुमार वर्मा (वर्मा ज्वेलर्स) द्वारा 09, 10, 18 एवं 19 अगस्त 2023 को किया गया. इसकी वीडियोग्राफी की गयी, जो अभी भी बैंक में सुरक्षित है. जांच में पाया गया कि गिरवी रखे गये सोने के सभी आभूषण नकली हैं एवं उनका मूल्य शून्य है.
इस तरह दिया घटना को अंजामसीनियर मैनेजर ने पुलिस को बताया कि घटना को अंजाम देने में बैंक के पूर्व बीसी लोकेश कुमार श्रीवास्तव ( एमएस रेसिडेंसी, काली मंदिर के पास, भूईंफोड़ मंदिर, धनबाद) एवं ऋण स्वीकृति के समय उक्त आभूषण को जांच करने वाले मूल्यांकनकर्ता कमल कृष्ण (न्यू बैंक कॉलोनी सरायढेला, धनबाद), दया शंकर प्रसाद (पुष्पांजलि पूजा भंडार के पास, सरायढेला, धनबाद) एवं प्रदीप कुमार (एमएम ज्वेलर्स, हरिकुंज अपार्टमेंट, सरायढेला) की भी संलिप्तता है. उसके बाद इन चारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी. कहा गया है कि हमें ऐसा प्रतीत होता है कि उपरोक्त ऋणधारकों एवं मूल्यांकनकर्ताओं कमल कृष्ण, प्रदीप कुमार एवं दया शंकर प्रसाद एवं बैंक के पूर्व बीसी लोकेश कुमार श्रीवास्तव ने बैंक को गलत तरीके से नुकसान पहुंचाने और खुद को गलत तरीके में लाभ पहुंचाने के इरादे से धोखाधड़ी का कार्य किया है.इन 28 ऋणधारकों पर प्राथमिकी
प्राथमिकी के अनुसार झरिया भगतडीह, परसाटांड़ निवासी अंकित कुमार सिंह ने 2.76 लाख रुपये, हीरापुर बिनोद नगर त्रिमूर्ति मंदिर के निकट रहने वाले बबलू कुमार ने 1.66, 3.26 व 0.66 लाख, झरिया राजबाड़ी रोड निवासी बेली देवी ने 0.95 व 3.06 लाख, बिनोद नगर रेलवे लाइन निवासी गोविंद चरण घोष ने 2.30 व 8.63 लाख, दामोदरपुर धोखरा कहलडीह निवासी गौर रवानी ने 4.24 व 4.80 लाख, धैया गोकुल अपार्टमेंट के नजदीक रहने वाली गौरी देवी ने 1.86 लाख, ढांगी निवासी ईश्वर लाल महतो ने 1.80 व 1.21 लाख, ढांगी निवासी जलेश्वरी देवी ने 2.61 व 1.16 लाख, कतरास बाजार राजबाड़ी रोड निवासी कल्याणी देवी ने 1.80 व 2.40 लाख, बिनोद नगर पहाड़ी निवासी निर्मला देवी ने 3.77 लाख, कतरास कांकोमठ निवासी फूल कुमारी देवी ने 2.58 लाख, झरिया भगतडीह परसाटांड़ निवासी राहुल कुमार सिंह ने 2.08 व 3.28 लाख, पुराना बाजार शंभू नाथ धर्मशाला के निकट रहने वाले राजेंद्र प्रसाद ने 6.98 व 3.49 लाख, भगतडीह ऐना निवासी राजेश कुमार सिंह ने 4.08 व 2.68 लाख, धनसार बस्ताकोल निवासी रितेश ने 2.63 व 4.48 लाख, श्यामडीह जीएनएम स्कूल के निकट रहने वाली सुनीता देवी ने 2.76 व 1.30 लाख, भगतडीह परसाटांड़ निवासी विनीता रानी ने 3.37 लाख, चीरागोड़ा विनोद नगर निवासी देवी घोष ने 7.37 व 2.34 लाख, बरमसिया सहजानंद नगर निवासी छोटेलाल सिंह ने 2.88 लाख, हीरापुर माडा कॉलोनी निवासी संजय साव ने 1.74 लाख, कांको मठ जमुआटांड़ निवासी नेपाल प्रमाणिक ने 1.70 लाख, हीरापुर दामोदपुर निवासी विनोद मुखर्जी ने 4.02 लाख, हीरापुर बिनोद नगर निवासी लक्ष्मी देवी ने 2.71 लाख, सरायढेला भूईंफोड़ निवासी लोकेश कुमार श्रीवास्तव ने 3.39 लाख, हीरापुर त्रिमूर्ति मंदिर के निकट रहने वाले पवन लाल बरनवाल ने 3.58 लाख, ढांगी तोपचांची निवासी धीरज कुमार महतो ने 2.32 लाख, सरायढेला को-ऑपरेटिव निवासी तेज नंदन कुमार ने 2.85 व जगजीवन नगर निवासी अजय कुमार ने 1.69 लाख रुपये ऋण नकली जेवर जमा कर ले लिये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है