प्रतिनिधि, मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय में फरवरी माह से ही नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की टीम ऑडिट कर रही है. वहीं अब टीम का ऑडिट भी अंतिम चरण में है. जिसे लेकर कैग की टीम जल्द ही विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक करेगी. ऐसे में इस बैठक से एमयू के लिए परेशानी बढ़ने वाली है, क्योंकि तीन माह में कैग टीम द्वारा मांगी गयी कई जानकारी विश्वविद्यालय उपलब्ध कराने में पीछे रह गया है. बता दें कि कैग टीम द्वारा अपने ऑडिट के दौरान ही विश्वविद्यालय से साल 2018 से अबतक कॉलेजों में संचालित विषयों, उनके संबंधन, फीस स्ट्रक्चर सहित वित्त विभाग से जुड़े कई मामलों को लेकर जानकारी मांगी गयी थी. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन इसमें से कई मामलों में अबतक जानकारी कैग टीम को उपलब्ध नहीं कराया गया है. हलांकि बुधवार को कुलपति ने अधिकारियों के साथ बैठक कर टीम को सभी जानकारी उपलब्ध कराये जाने पर चर्चा की गयी. लेकिन सवाल यह है कि प्रमोशन, आपसी आंतरिक कलह आदि से जूझ रहे एमयू के अधिकारी, जब तीन माह में टीम को जवाब नहीं दे पाये तो अब मात्र कुछ दिन में विश्वविद्यालय के लिए टीम को जवाब देना मुश्किल ही होगा.
3.75 करोड़ एडवांस भी गोलमोल
बता दें कि अपने ऑडिट के दौरान कैग द्वारा विश्वविद्यालय से साल 2018 से अबतक विभिन्न कार्यों के लिए कॉलेज, अधिकारी व कर्मियों को दिये गये लगभग 3.75 करोड़ रुपये के एडवांस से संबंधित जानकारी मांगी गयी थी. हलांकि इसे लेकर विश्वविद्यालय द्वारा उस समय तो जवाब दे दिया गया कि जल्द ही एडवांस सेटलमेंट कर लिया जायेगा. लेकिन एमयू प्रशासन अबतक 3.75 करोड़ रुपये के एडवांस सेटलमेंट में केवल कॉलेजों के साथ बैठक ही कर पाया है.
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