साइबर थाने की पुलिस ने मुजफ्फरपुर में बुधवार की देर रात छापेमारी करके साइबर फ्रॉड गिरोह के जुड़े दो अपराधियों को दबोच लिया है. नगर थाने की पुलिस के सहयोग से चंदवारा व कमरा मोहल्ला में की गयी छापेमारी में अपराधी अरबाज मंसूरी और सैयद मो. हुसैन को गिरफ्तार किया है. दोनों के घर से कई सिम कार्ड, अलग- अलग बैंकों के एटीएम कार्ड, डायरी समेत अन्य सामान जब्त किया है.
बताया जाता है कि इंस्पेक्टर लक्ष्मी दुबे के नेतृत्व में पुलिस टीम छापेमारी करने पहुंची थी. गिरफ्तार दोनों अपराधी पुलिस बनकर लोगों को कॉल करके बेटे को रेप केस में फंसाने की धमकी देकर 50 हजार से एक लाख रुपये की डिमांड करता था. उनके खिलाफ नालांदा साइबर थाने में 13 मार्च 2024 को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. गिरफ्तार अपराधियों ने नालंदा के चंडी थाना के डिहरा निवासी अजय कुमार को अपना शिकार बनाया था. नगर थानेदार विजय कुमार सिंह ने बताया कि साइबर फ्रॉड के एक केस में नालांदा साइबर पुलिस ने छापेमारी की है. दो बदमाश को पकड़ कर अपने साथ ले गयी है.
अजय कुमार ने प्राथमिकी में बताया था कि 13 मार्च 2024 को उसके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया . प्लस 92 नंबर जो पाकिस्तान का कोड है उससे आये व्हाट्सएप कॉल करने वाले ने कहा है कि आपका बेटा दिल्ली पुलिस के द्वारा पकड़ा गया है. आपके पुत्र की बहुत पिटाई की जा रही है. दूसरा बच्चे का नकल करके उससे बात करवाया. और वह बच्चा बोला कि पापा बहुत पिटाई की जा रही है.
इसके बाद उधर से कहा गया कि 50 हजार रुपये भेज दो. अगर रुपये नहीं दिये तो आपके बच्चे को जेल भेजकर सजा दिलाएंगे. इसके बाद उसने कहा कि मेरे बच्चे को छोड़ दो. उसके पास फिलहाल 15 हजार रुपये थे जो साइबर अपराधियों के कहे अनुसार पे फोन के माध्यम से 12: 28 बजे उसके बताये मोबाइल नंबर पर भेज दिया. रुपये भेजने के बाद उसने अपने बच्चे से बात किया तो उसका बेटा अपने रूम पर था. उसको कोई दिक्कत नहीं है. इसके बाद पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है.
चंदवारा से पहले भी जुड़ चुका है साइबर फ्रॉड का तार
चंदवारा व उसके आसपास के इलाके में अंतरराज्यीय साइबर फ्रॉड गिरोह को लेकर पूर्व में भी कई राज्यों की पुलिस छापेमारी कर चुकी है. इससे पहले हरियाणा, दिल्ली, कोलकाता व पुणे की साइबर सेल छापेमारी करके अलग- अलग मामले में साइबर अपराधियों को पकड़ कर ले जा चुकी है. अब नालांदा पुलिस की कार्रवाई के बाद मुजफ्फरपुर साइबर पुलिस भी अब इन इलाकों में अपने सूचना तंत्र को मजबूत करने में जुट गयी है.