खिजरसराय. मकसूदपुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सह ग्राम देवी प्राण-प्रतिष्ठा शतचंडी महायज्ञ के पांचवें दिन कथावाचिका डॉ प्रज्ञा भारती ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए बताया कि व्यक्ति को जीवन में किसी प्रकार की नशे से दूर रहना चाहिए. यह सोचने-समझने व निर्णय लेने की हमारी नैसर्गिक क्षमता को नष्ट कर देते हैं और समाज में प्रतिष्ठा भंग होती है. उन्होंने आगे बताया कि सेवक बनकर भी ईश्वर का दर्जा हासिल किया जा सकता है. जिस प्रकार हनुमान जी राम की सेवा करके भगवान की श्रेणी में आये, उसी प्रकार मनुष्य योनि में मालिक नहीं सेवा का भाव रखना चाहिए. उधर, वृंदावन से पधारे रासलीला कलाकारों ने बाल-कृष्ण की विभिन्न लीलाओं का मंचन करके श्रद्धालुओं को भक्तिभाव व आनंद से विभोर कर दिया. यज्ञ कमेटी की मीडिया प्रभारी सह मंच संचालक अभिषेक वैद्य ने बताया कि ग्रामदेवी प्राणप्रतिष्ठा अंतर्गत आज नगर भ्रमण का कार्यक्रम संपन्न हुआ. इसमें डोली में विराजे माता भगवती को पूरे गांव में भ्रमण कराया गया. इस यज्ञ कार्यक्रम में पधारे श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क भोजन एवं आवासन की व्यवस्था की गयी है.
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