बोकारो.
सदर अस्पताल में बुधवार को सेक्टर आठ बी आदर्शन कॉलोनी निवासी एक गर्भवती महिला उर्मिला साह (35 वर्ष) की मौत प्रसव से पहले ही हो गयी. गर्भवती के पति गंगा कुमार साहू ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से पत्नी की मौत होने का आरोप लगाया है. समय रेफर करने में आनाकानी करने की बात कही है. बुधवार को शव को बीजीएच के मोर्चरी में रखवा दिया गया था. गुरुवार को मृतका के परिजन सदर अस्पताल पहुंच कर दोषी चिकित्सकों पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा करने लगे. फिलहाल सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अरविंद कुमार ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है. पति ने डीसी को भेजा त्राहिमाम पत्र : मृतका उर्मिला साह के पति गंगा साह ने गुरुवार को उपायुक्त को एक पत्र भेजा है. पत्र में कहा है कि उनकी पत्नी उर्मिला को प्रसव पीड़ा के बाद 24 अप्रैल की सुबह आठ बजे सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. सुबह आठ बजे अस्पताल में बैक-टू-बैक तीन अल्ट्रासाउंड किया गया और गर्भ में बच्चे के मृत होने की जानकारी दी गयी. इसके बाद चिकित्सकों ने कहा कि सामान्य प्रसव के जरिये बच्चे को बाहर निकाल लिया जायेगा. बार-बार आग्रह किया गया कि गर्भवती पत्नी की स्थिति खराब हो रही है. बीजीएच रेफर कर दें. इसके बाद भी किसी ने पत्नी को रेफर नहीं किया. बार-बार आश्वासन देकर कुछ ब्लड जांच के लिए व्हील चेयर पर बैठाये रखा. अंतत: दोपहर 3:55 बजे चिकित्सकों ने पत्नी की मौत होने की सूचना दी. कारण पूछने पर अज्ञात बताया. श्री साह ने पत्नी की मौत की जांच कर न्याय दिलाने की मांग की गयी है. इधर, अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अरविंद कुमार ने कहा कि गर्भवती के गर्भस्थ शिशु की मौत पहले ही गर्भ में हो गयी थी. अल्ट्रासाउंड जांच के बाद शिशु के मृत होने की जानकारी परिजनों को दे दी गयी थी. मृत शिशु को सामान्य प्रसव के तरीके से ही निकालने की बात स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों ने कही. क्योंकि शिशु की मौत के बाद कई तरह के कंप्लीकेशन शुरू हो गये थे. चिकित्सकों का दोष नहीं है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट हो जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है