बेतला. श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग ने युवकों को प्रशिक्षण देने के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड अंतर्गत बेतला में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बनाया है. यह भवन वर्ष 2017 में बनकर तैयार हो गया था. तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 10 मार्च 2018 को इसका उद्घाटन किया था, लेकिन उद्घाटन के छह वर्ष बाद भी उक्त भवन बंद पड़ा है. इस वजह से स्थानीय विद्यार्थियों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. जब इस भवन का निर्माण कराया जा रहा था, तब स्थानीय युवकों में इस बात को लेकर खुशी थी कि अब उन्हें आइटीआइ की पढ़ाई करने के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. देखते-देखते छह वर्ष बीत गया, लेकिन प्रशिक्षण के नाम पर आइटीआइ भवन का ताला एक दिन भी नहीं खोला गया.
धीरे-धीरे भवन हो रहा है जर्जर
रखरखाव के अभाव में बेतला के आइटीआइ कॉलेज भवन जर्जर हो रहा है. खिड़की-दरवाजा टूट रहा हैं. वहीं बिल्डिंग में भी कई जगह दरार पड़ने लगी है. कॉलेज के अंदर का हाल और भी खराब है. धूल और कचरे के ढेर से उक्त भवन भरा हुआ है. औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र के भवन और छात्रावास की देखरेख किसके जिम्मे है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है, क्योंकि केयरटेकर कभी भी वहां मौजूद नहीं रहता है.
प्रत्येक वर्ष युवा करते हैं पलायन
रोजगार की तलाश में बेतला सहित आसपास के क्षेत्र से सैकड़ों युवक दूसरे राज्यों में पलायन कर जाते हैं. औद्योगिक प्रशिक्षण हासिल नहीं के कारण वे लोग सिर्फ मजदूर का ही काम कर पाते हैं. युवकों का कहना है कि वे प्रशिक्षित होते तो उन्हें बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्लांट में बेहतर रोजगार मिल सकता था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है