विजय कुमार गुप्ता, केवटी. छतवन गांव में महेश पासवान के घर गुरुवार को सभी उमंग में डूबे हुए थे. बच्चों के साथ नौजवानों के चेहरे खुशी से चमक रहे थे, वहीं नयी बहू के स्वागत को लेकर महिलाओं में भी उत्साह था. सभी महेश पासवान के बड़े पुत्र राजा पासवान की बरात जाने के लिए सज-संवर कर तैयार थे. रात करीब साढ़े नौ बजे दर्जनभर चर पहिया वाहन के साथ डीजे पर नाचते-गाते बरात अलीनगर के अंटोर के लिए निकली. अंटौर निवासी नरेश पासवान की पुत्री सोनी कुमारी से विवाह सम्पन्न होना था. बरात दरवाजे पर पहुंच गयी थी. इसी बीच अगलगी की ऐसी विभत्स घटना हुई, जिसने उमंग को न केवल काफूर कर दिया, बल्कि जिंदगी भर की टीस दे गयी. बरात गये छतवन के आधा दर्जन बरातियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि हमलोग करीब दर्जनभर चार पहिया वाहन पर सवार होकर डीजे के साथ शादी समारोह में भाग लेने के छतवन गांव से करीब साढ़े नौ बजे विदा हुए. बरात करीब 11 बजकर पांच मिनट पर गंतव्य स्थान पर पहुंची. बरात में करीब एक सौ लोग थे. कुछ बराती पंडाल में जा रहे थे तथा कुछ बाहर सड़क पर ही थे. बरात पहुंचते ही युवकों की टोली आतिशबाजी के लिए तैयार हो गयी. इसी बीच स्थानीय लोगों ने हमलोगों को हिदायत भी दी कि नजदीक में घर-द्वार है. पटाखा यहां नहीं छोड़ें. इसी दौरान एक बरती ने एक पटाखा छोड़ दिया. संयोग से वह नहीं फूटा. इसे पटाखे को लात मारकर दूर कर दिया. पटाखा पंडाल के पिछले भाग की ओर चला गया और जोरदार धमाके के साथ फूट गया. इसीसे पंडाल में आग लग गयी. देखते ही देखते आग इतनी विभत्स हो गई कि वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया. बराती इधर-उधर भागने लगे. किसी को पानी भी नसीब नहीं हुआ था. सब जान बचाकर भागने लगे. हमलोगों को लगा कि घटना से आक्रोशित वहां के लोग मारपीट कर सकते हैं. इस दहशत में हमलोग भाग निकले. घटना के बाद लड़की के भाई ने अफरा-तफरी के बीच ही लड़की को दुल्हे के हवाले कर दिया. महज सिंदूरदान की रस्म अदा की गयी. इसे बाद.दुल्हा संग दुल्हन ससुराल के लिए विदा हुई. जैसे-तैसे हमलोग भागकर मुख्य सड़क पर पहुंचे. बरात गये वाहन से लौटकर बिना शादी देखे, बिना कुछ खाए वापस लौट आये. शुक्रवार की अहले सुबह राजा पासवान अपनी नवविवाहिता पत्नी सोनी के साथ अपने घर छतवन पहुंचा. गोसांई को प्रणाम कर आनन-फानन में दूसरी जगह के लिए निकल गया. बताया जाता है कि महेश पासवान पुत्र व पुत्रवधू के साथ अपनी पत्नी इंदु देवी सहित परिजनों के साथ अज्ञात स्थान पर चले गये. घर में ताला लगा दिया. अंटौर की विभत्स घटना के बाद दुल्हन सोनी कुमारी का भाई महज सिंदूर की रस्म अदायगी करा दोनों को उनके घर छतवन पहुंचा दिया. वहां के हालात को देखते हुए सोनी के भाई अपने बहनोई एवं बहन को बाइक पर बैठाकर छतवन गांव छोड़ कर वापस लौट गया. विभत्स घटना के बाद छतवन पासवान टोला के लोग काफी सहमे हुए हैं. पूरे दिन लोग घर से बाहर भी नहीं निकले. अंजान व्यक्ति को टोला में आते देख लोग कुछ भी बताने से परहेज कर रहे थे. इसन सभी को कानूनी पचरे में फंसने का डर सता रहा है. आलम यह था कि स्थानीय महेश पासवान के घर का पता तक बताने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे. बरात जाने वाले कुछ आधिक ही दहशत में दिखे. पूछने पर नाम तक नहीं बता रहे थे..
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