बिरनी. बिरनी प्रखंड मुख्यालय से चार किमी पर स्थित पड़रिया पंचायत भवन बनने के लगभग 12 वर्षों के बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. पूर्व कनीय अभियंता लखन भगत सरकारी राशि की निकासी कर कार्य अधूरा छोड़कर चले गये. इतना ही नहीं बिरनी के लगभग आधा दर्जन भवन कार्य में भी इसी अधूरा रहा. शिकायत मिलने पर डीसी ने कनीय अभियंता वेतन तक रोक दिया गया और भवन निर्माण कराते हुए रिपोर्ट मांगी थी. इसके बाद जैसे-तैसे आधे कार्य पूरा कराया. इसके बाद से पंचायत भवन में शौचालय का काम अधूरा पड़ा है. इस बीच दो महिला मुखिया व कई महिला वार्ड सदस्य चुनीं गयी, लेकिन शौचालय पर किसी का ध्यान नहीं है. नतीजा है कि वर्तमान समय में पड़रिया पंचायत भवन मूलभूत सुविधा से वंचित है. कई बार बिरनी बीडीओ सुनील वर्मा पंचायत भवन पहुंचे, लेकिन उनका ध्यान भी इस ओर नहीं गया.
क्या कहती हैं उप मुखिया
उप मुखिया किरण कुमारी ने बताया कि पंचायत भवन में लोगों को जो बुनियादी सुविधा मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिल पा रही है. शौचालय बना है, लेकिन यह उपयोग लायक नहीं है. शौचालय में पानी की व्यवस्था है. पंचायत भवन में बिजली की भी व्यवस्था नहीं है. पंखा भी नहीं लगाया गया है. शुद्ध पानी के लिए आरओ की भी व्यवस्था नहीं है. पंचायत भवन में महिलाओं को काफी परेशानी हो रही है.
मुखिया ने कहा :
मुखिया बिजय दास ने कहा कि पूर्व में पंचायत भवन में लगा सोलर प्लेट, सबमर्सेबल पंप चोर ने ताला तोड़कर वे गये. इसकी लिखित शिकायत थाना में की गयी थी. चोरी के कारण समस्या पैदा हुई थी. लेकिन इस बार 15वें वित्त आयोग की राशि से एग्रीमेंट हुआ है. जल्द ही व्यवस्था सुदृढ़ करायी जायेगी. कहा कि बिजली कनेक्शन नहीं लिया गया है. इसलिए उपयोग नहीं कर रहे हैं. बीडीओ सुनील वर्मा का कहना है कि जांच कर व्यवस्था को दुरुस्त करायी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है