पटना. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने वीवीपेट को लेकर दायर सभी याचिकाओं को खारिज कर बूथ लूट कर चुनाव जीतने के विपक्ष के मंसूबे को ध्वस्त कर दिया है. इवीएम पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बिहार में राजद जैसे दल के मतपेटियां लूटने वालों को करारा जवाब मिला है. उन्होंने कहा कि डेढ़ दशक तक बिहार में बूथ लूट और चुनाव के दौरान हिंसा का नंगा खेल खेलने वाला राजद ने अन्य विपक्षी दलों के साथ पिछले कई वर्षों से अभियान चला कर इवीएम को बदनाम किया, जबकि भारत के चुनाव सिस्टम की दुनिया में तारीफ हो रही है.श्री चौधरी ने कहा कि 1990 से लेकर 2004 तक बैलेट पेपर के माध्यम से हुए लोकसभा, विधानसभा व पंचायत के कुल 9 चुनावों में हुई हिंसक घटनाओं में 641 लोग मारे गए थे. 2000 के विधानसभा चुनाव में 39 स्थानों पर फायरिंग हुई थी तथा चुनावी हिंसा में 61 लोग मारे गए थे. 1990 में 87 तथा 1999 में 76 लोग चुनावी हिंसा के शिकार हुए थे. 2001 के पंचायत चुनाव में 196 लोगों की अपनी जान गंवानी पड़ी थी. राजद-कांग्रेस बूथ लूट के जरिए ही अपनी चुनावी जीत सुनिश्चित करते थे और लालू इसी को बोतल से जिन्न निकलना बताते थे. इवीएम से होने वाले चुनाव की पारदर्शिता के बाद न केवल इनकी लूट पर रोक लगी बल्कि इनका चुनावी ग्राफ भी नीचे चला गया. झूठे आरोप लगा कर इवीएम का इसलिए विरोध कर रहे हैं ताकि एक बार फिर चुनावी हिंसा के जरिए जंगल राज कायम किया जा सके.
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