बेनीपुर. नगर परिषद क्षेत्र के सार्वजनिक स्थलों पर पेयजल की व्यवस्था नहीं है. भीषण गर्मी में बाहर से यहां आने वाले लोगों को प्यास बुझाने के लिए बोतलबंद पानी का सहारा लेना पड़ता है. एक लीटर बोतलबंद पानी के लिए लोग 20 से 25 रूपया चुकाते हैं. नगर परिषद की ओर से सार्वजनिक जगह पर कहीं भी सड़क किनारे चापाकल की व्यवस्था नहीं की गयी है. न ही तपती धूप के मद्देनजर प्याऊ की ही व्यवस्था की गयी है. प्रचंड पछुआ हवा एवं चिलचिलाती धूप में बाजार एवं सरकारी दफ्तरों में काम से आने वाले लोग पीने के पानी के लिए तरस जाते हैं. नगर परिषद मुख्यालय के भारत चौक से धरौड़ा चौक तक सड़क किनारे कहीं भी सार्वजनिक चापाकल नहीं है. लग्न का मौसम चल रहा है. बाजार में खरीदार की भीड़ है. कोर्ट, कचहरी, प्रखंड, अंचल आने वाले लोगों की संख्या पहले से ही अधिक है. इन्हें पानी को लेकर तरसना पड़ता है. मजबूरन लोगों को 20-25 रुपये लीटर बोतल बंद पानी खरीदना पड़ता है. जिन्हें पता है कि बेनीपुर बाजार में पीने के पानी का अकाल है, वे घर से निकलने से पहले थैला में पीने का पानी लेना नहीं भूलते हैं. गर्मी एवं चिलचिलाती धूप में पानी की किल्लत का आलम यह है कि चाय- नाश्ता के दुकानदार भी प्यासे को बिना नाश्ता या चाय का उपयोग किये एक गिलास पानी देना स्वीकार नहीं करते हैं. मजबूरन लोग उन्हीं दुकानदारों के यहां से बोतल बंद महंगे पानी खरीद कर पीने को मजबूर हैं. प्रचंड गर्मी के कारण बाजार में बोतल बंद पानी की मांग अत्यधिक बढ़ गयी है. इसे लेकर विभिन्न कंपनियों ने बोतल बंद पानी को बाजार में ठेल दिया है. इसमें कई कंपनियां मानक हैं तो कई गैर मानक. अधिक पैसे की लालच में स्थानीय दुकानदार मानक कंपनी से मिलते-जुलते नाम वाले गैर मानक कंपनियों का पानी कम पैसे में खरीद कर उंची दाम पर बेचते हैं. बेनीपुर मुख्य बाजार सहित भारत चौक, आशापुर, धरौड़ा, बहेड़ा आदि बाजार बोतलबंद पानी से पटा हुआ है. बोतलबंद पानी की गुणवत्ता क्या है, यह पीने वाले देखने तक की स्थिति में नहीं होते हैं. शुक्रवार को बाजार में मिले कई लोगों ने बताया कि यदि जेब में पैसा नहीं रहे, तो बेनीपुर बाजार में पानी के बिना लोग दम तोड़ देंगे. बाजार में नगर परिषद को पेयजल की व्यवस्था करनी चाहिये. बाहर से लोग काफी संख्या में यहां आते हैं. उन्हें नगर परिषद की ओर से पेयजल भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा. कार्यपालक पदाधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि सड़क किनारे चापाकल लगाने का काम पीएचइडी विभाग के जिम्मे आता है. लेकिन, बढ़ते गर्मी एवं तपिश को देखते हुए नगर प्रशासन की ओर से शीघ्र सार्वजनिक स्थानों पर अस्थायी व्यवस्था की जायेगी.
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