पटना़ पटना जंक्शन और डाकबंगला चौराहे के आसपास स्थित 90 फीसदी होटलों में आगलगी से सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन हो रहा है. इसकी पुष्टि जिला प्रशासन की टीम द्वारा शुक्रवार को की गयी जांच में हुई. इसमें सदर एसडीओ श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर, एसडीपीओ विधि-व्यवस्था, अनुमंडल अग्निशमन पदाधिकारी, पीजीआरओ सदर व अन्य पदाधिकारी शामिल थे. टीम ने डाकबंगला चौराहा, स्टेशन गोलंबर, जमाल रोड आदि इलाकों में स्थित 25 होटलों की जांच की, जिनमें 20 होटल अग्निशमन मानकों को पूरी करने में बुरी तरह फेल रहे. वहां अग्निशमन मानकों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा था. इनमें आने-जाने के लिए एक ही मार्ग दिखा, जबकि अग्निशमन विभाग द्वारा तय मानकों में इंट्री और एग्जिट गेट अलग-अलग होने चाहिए. साथ ही होटलों की सीढ़ियां भी काफी संकरी दिखीं, जबकि इन्हें चौड़ा होना चाहिए था. अधिकतर होटलों में फायर एस्टिंग्विशर नहीं थे. कुछ में थे भी, तो उनमें से कई एक्सपायर हो चुके थे.
नहीं दिखीं फायर अलार्म की व्यवस्था:
फायर अलार्म की व्यवस्था भी होटलों में नहीं दिखी. अधिकतर होटलों ने लंबे समय से फायर ऑडिट तक नहीं कराया है और उनके पास अग्निशमन विभाग द्वारा दिया गया प्रमाणपत्र भी नहीं मिला. डाकबंगला चौराहा के आसपास स्थित अधिकतर होटल इतनी पतली गली में हैं कि वहां तक फायर ब्रिगेड का जाना भी संभव नहीं है, जबकि बिल्डिंग बाइलॉज के अनुसार हर भवन की चारों तरफ इतना चौड़ा रास्ता होना चाहिए कि उसकी चारों ओर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां जा सकें. ऐसे में गंभीर अगलगी की स्थिति में उस पर काबू पाना भी संंभव नहीं हो पायेगा और जानमाल का नुकसान और बढ़ जायेगा.आज जांच टीम डीएम को सौंपेगी रिपोर्ट
सदर एसडीओ ने बताया कि शनिवार को टीम डीएम को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप देगी और उसके बाद डीएम द्वारा दोषियों पर नियमसम्मत कार्रवाई की जायेगी. मालूम हो कि पटना जंक्शन गोलंबर स्थित पाल होटल व अमृत लॉज में गुरुवार को हुई अगलगी की घटना में छह लोगों की मौत के बाद जिला प्रशासन की नींद खुली है. इसके बाद शुक्रवार को डीएम शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश पर कोतवाली थाना इलाके के डाकबंगला चौराहे से स्टेशन गोलंबर तक के होटलों में जिला प्रशासन की टीम ने जांच अभियान चलाया और 25 होटलों की जांच कर रिपोर्ट तैयार की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है