अतिक्रमण हटाने के नाम पर बिष्टुपुर में चला तीन घंटे ड्रामा, होटल संचालक ने जताया विरोध
याबिष्टुपुर होटल सेंटर प्वाइंट के खिलाफ नक्शा विचलन की कार्रवाई या ड्रामा मुख्य बातें
– टाइम लाइन 11. 30 बजे : बिष्टुपुर होटल सेंटर प्वाइंट पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी12 : 00 बजे : प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष होटल प्रबंधक की ओर से कागजात रखा गया
12: 22 बजे प्रशासनिक अधिकारी अतिक्रमण हटाने होटल से बाहर निकले12: 35 बजे : अतिक्रमण हटाने के लिए मापी शुरू की गयी
01 : 00 बजे : दो जेसीबी से होटल के आगे जमीन पर बिछे पेवर्स ब्लॉक हटाने की कार्रवाई शुरू01: 46 बजे : पेवर्स ब्लॉक हटाने के दौरान जेसीबी से पानी का पाइप लाइन फटने से अभियान रूका
02 : 00 बजे : प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस बल वापस लौटने लगे02 : 05 बजे : नक्शा विचलन का अभियान समाप्त कर सभी वापस लौट गये
जमशेदपुर.
झारखंड हाइकोर्ट के आदेश से बिष्टुपुर में नक्शा विचलन के खिलाफ लाव लश्कर के साथ पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी तीन घंटे के अभियान में खानापूर्ति करके शनिवार को वापस लौट गये. अभियान के नाम पर टीम ने होटल सेंटर प्वाइंट के आगे जमीन पर बिछे पेवर्स ब्लॉक के कुछ हिस्सों और होटल के पीछे दो से ढ़ाई फीट बाहर निकले छज्जे को तोड़ वापस लौट गयी. अभियान के दौरान हाइकोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले शिकायतकर्ता राकेश झा भी मौजूद रहे. शनिवार को प्रशासनिक अधिकारियों की टीम 11 बजे अतिक्रमण हटाने के लिए बिष्टुपुर होटल सेंटर प्वाइंट पहुंची, तो विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गयी. होटल सेंटर प्वाइंट के शिबू पारिख, जलप्पा सहित अन्य ने कागजात होने का हवाला देते हुए टीम की कार्रवाई का विरोध किया. होटल संचालक की ओर से अधिकारियों के समक्ष कागजात पेश किया गया. कागजात देखने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की.अतिक्रमण हटाने के लिए की गयी मापी
अतिक्रमण अभियान शुरू होने के पहले होटल के आगे और पीछे की तरफ जमीन की मापी कर लाइन लगाया गया. इसके उपरांत होटल के आगे और पीछे जेसीबी को तोड़ने के लिए भेजा गया. इस दौरान होटल संचालक के परिजन स्वयं अतिक्रमण हटाने और कागजात होने की बात कहने लगे. अधिकारी पार्किंग नहीं होने का हवाला दे रहे थे. जबकि संचालक सेंटर प्वाइंट होटल में पार्किंग की सुविधा होने की बात कह रहे थे, और अन्य जगहों पर अतिक्रमण हटाने को कह रहे थे. होटल के पीछे की तरफ छज्जा के आगे टीन के हिस्से को निकालने के बाद जमशेदपुर अक्षेस की जेसीबी ने दो से ढ़ाई फीट बाहर निकले छज्जा को ध्वस्त किया. जबकि आगे की तरफ पेवर्स ब्लॉक हटाने के दौरान पानी का पाइप फटने से अभियान रोक दिया.
कमीशन की रिपोर्ट देखने के बाद हाईकोर्ट ने की थी टिप्पणी
23 अप्रैल को झारखंड हाइकोर्ट के न्यायाधीश रंगन मुखोपाध्याय और न्यायाधीश दीपक रौशन की पीठ में साकची निवासी राकेश झा की ओर से दायर जनहित याचिका में सुनवाई के दौरान अदालत ने अक्षेस के अधिवक्ता से पूछा था कि कितने भवन सील किये गये है और कितने तोड़े गये, पहले यह बतायें. अदालत ने साफ कर दिया कि अक्षेस पहले कुछ अवैध निर्माणों को गिराकर आये. उसके बाद उनकी दी गयी तहरीर (लिखी हुई बात ) को देखा जायेगा. अदालत ने कमीशन की रिपोर्ट देखने के बाद के अक्षेस के अधिवक्ता से कहा कि अदालत ने बेसमेंट में पार्किंग और कामर्शियल काॅम्प्लेक्स बनाने की बात सुनी है, पर बेसमेंट में किचन भी बनाया गया है, यह कभी नहीं सुना गया. अदालत ने बिष्टुपुर के होटल सेंटर प्वाइंट में हुए अवैध निर्माण का हवाला दे रही थी.21 भवनों पर होनी है कार्रवाई
हाइकोर्ट की सख्ती के बाद जमशेदपुर अक्षेस ने नक्शा विचलन करने वाले 21 भवनों को चिह्नित किया है. इनके खिलाफ नक्शा के विपरीत निर्माण, जी प्लस टू से अधिक का निर्माण, बेसमेंट में पार्किंग की जगह दुकान, होटल, गोदाम, ट्यूशन क्लास सहित अन्य कई तरह की व्यावसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं.
30 अप्रैल को हाइकोर्ट में होगी फिर सुनवाई
नक्शा विचलन मामले की सुनवाई 30 अप्रैल को होगी. अदालत ने पिछली सुनवाई के दौरान 30 अप्रैल की तारीख मुकर्रर की है. पूर्व की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने अक्षेस द्वारा नक्शा विचलन कर भवन बनाने वालों और पार्किंग की जगह को व्यवसायिक दुकानों में तब्दील करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं करने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त कर फटकार लगा चुकी है. शहर के कई भवनों में पार्किंग की जगह व्यवसायिक दुकानें खुलने और वाहनों पार्किंग सड़कों पर होने पर कोर्ट ने नियुक्त जांच कमेटी की अंतरिम जांच रिपोर्ट को देखकर फटकार लगायी थी.अभियान में शामिल थे ये अधिकारी :
जमशेदपुर सीओ मनोज कुमार, कार्यपालक दंडाधिकारी सुदीप राज, जमशेदपुर अक्षेस के अभियंता एमके प्रधान, संजय सिंह, बिष्टुपुर थाना के अधिकारी, पुलिस लाइन से आये जवान व अन्यडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है