गालूडीह.
गालूडीह की महुलिया पंचायत के पाटमहुलिया मौजा में करीब 45 एकड़ में फैले सरकारी तालाब बड़ा बांध गर्मी में सूखने लगा है. जलस्तर कम होने से तालाब का अधिकतर हिस्सा मैदान में तब्दील हो गया है. इस तालाब पर महुलिया, जोड़सा और उलदा पंचायत के करीब 40 गांवों लोग आश्रित हैं. ग्रामीण कहते हैं कि जब गर्मी में सभी जलाशय सूख जाते हैं तो बड़ाबांध का ही सहारा रहता है. पर इधर कई सालों से गर्मी में बड़ाबांध का पानी भी सूखने लगा है. इसका मुख्य कारण तालाब की गहराई कम हो गयी है. गाद बैठ गया है. कई दशक से तालाब का जीर्णोद्धार तक नहीं हुआ. ऊपर से इसी तालाब के बगल में उलदा मौजा में स्लैग डंपिग यार्ड खुल जाने स्लैग का पहाड़ बन गया है. गर्मी में स्लैग उड़कर तालाब में गिरता है. इससे तालाब का पानी प्रदूषित हो रहा है. इससे तालाब की मछलियां भी मर रही हैं. इस तालाब के आस-पास काफी घर-मकान भी बन गये हैं. इससे तालाब का अस्तित्व पर संकट उत्पन्न हो गया है. पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय प्रशासन और प्रदूषण विभाग को आवेदन सौंपकर बड़ाबांध का जीर्णोद्धार कराने और प्रदूषण पर रोक लगाने की मांग की, पर स्थिति जस की तस बनी हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है