अलीनगर. प्रखंड क्षेत्र के नवानगर गांव में मुम्बई से शनिवार की सुबह घर आए रामाकांत झा के पुत्र आशुतोष कुमार झा उर्फ माधव की विद्युत स्पर्शाघ् से मौत हो गयी. इससे गांव में शोक की लहर पसर गयी है. इसके साथ सेवानिवृत सैनिक रामाकांत झा के घर का आखिरी चिराग भी बुझ गया . मृतक माधव मुम्बई में प्राइवेट जाॅब करता था. करीब छह महीना पूर्व उसकी दादी मुद्रिका देवी की मृत्यु हो गई थी जिसमें वह मुम्बई से आकर मरणोपरांत आयोजित होने वाले अंतिम संस्कार शरीक हुआ था. इसके बाद वापस मुंबई लौट गया था. करीब एक वर्ष पहले माधव के पिता व नरमा नवानगर पंचायत के उप मुखिया पवन कुमार झा का भी निधन हो गया था. वे भाई में अकेले थे. उनकी सभी तीन बेटियों की शादी हो चुकी है. घर में विधवा मां मालती देवी तथा वृद्ध दादा को अपनी बहन शिवानी के यहां दिल्ली पहुंचा कर मुंबई चला गया था. परिवार में कोई अन्य सदस्य के नहीं होने के कारण नवानगर गांव स्थित आवास में ताला लगा रखा था. माधव पवन एक्सप्रेस से सुबह करीब चार बजे घर पहुंचा था. घर की साफ सफाई की. दरवाजे के एक कमरे की चाबी पड़ोस के संबंधी अर्जुन झा को दे रखी थी. इसके लिए उसने 5.14 बजे उनके पुत्र जीतन कुमार के मोबाइल पर चाबी के लिए कॉल किया. उसने चाबी भिजवा दी. इसी बीच एक शादी समारोह से अर्जुन लौटे तो सुबह करीब 7.30 बजे नवानगर पहुंचे. माधव के दरवाजे की निकट पहुंचा तो दरवाजे के कमरे में उसे गिरा हुआ देखा. उाके हाथ में इनवर्टर का प्लग था. हल्की सांस चल रही थी. उसने तत्क्षण लाठी लाकर प्लक को हटाया. शोर मचाने लगे. जब तक ग्रामीण जुटे, उसकी मौत हो गयी थी. बावजूद उसे बेनीपुर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसकी सूचना मृतक के दादा आदि को ग्रामीणों ने कॉल कर दी. वे सभी दिल्ली से नवानगर के लिए विदा हो चुके हैं. उन लोगों के पहुंचने के बाद अंतिम संस्कार संपन्न होगा. तत्काल उसके संबंधी लाल झा, भरत झा, जगदीश झा, संतोष झा, बच्चन झा, हरे राम झा आदि शव के साथ उसके घर पर हैं.
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