प्रतिनिधि, बलियापुर. एसीबी द्वारा शुक्रवार को बलियापुर प्रखंड कार्यालय में 15वें वित्त आयोग के ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर जयंत कुमार दे को 30 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार किये जाने के बाद दूसरे दिन शनिवार को कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा, वहीं गिरफ्तार पंचायत राज विभाग के ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर जयंत कुमार दे को शनिवार को जेल भेज दिया गया. इससे पूर्व सदर अस्पताल में उसका मेडिकल कराया गया. एसीबी की टीम ने छापेमारी के बाद ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर के कक्ष में ताला बंद कर चाबी महिला पंचायत सेवक को सौंप दी थी. शनिवार को चाबी बीडीओ को सौंपी गयी. एसीबी की टीम पेवर्स ब्लॉक बिछाने संबंधित दोनों योजनाओं का संचिका अपने साथ ले गयी है. बीडीओ ने ठेकेदार को भेजा नोटिस इधर, इस मामले में बलियापुर बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा ने ठेकेदार मोहम्मद इरशाद को नोटिस भेजा है. 24 घंटे के अंदर उक्त दोनों योजनाओं से संबंधित राशि की विस्तृत विवरणी, वाउचर कार्यालय में प्रस्तुत करने को कहा गया है. ताकि योजनाओं की राशि का भुगतान किया जा सके. नोटिस में कहा है कि समाचार पत्रों के माध्यम पता चला है कि दोनों योजनाओं काम पूरा कर लिया गया है. शेष राशि भुगतान के लिए ब्लॉक को-आर्डिनटेर जयंत कुमार दे घूस मांग कर रहा था, लेकिन इस संबंध में कभी बीडीओ को नहीं बताया गया और ना ही कोई शिकायत की गयी. जयंत कुमार दे को वर्ष 18-19 में 15वें वित्त आयोग के ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर के रूप में बहाल किया गया था. वह बलियापुर ब्लॉक में छह साल से कार्यरत है. ठेकेदार ने एक माह पूर्व की थी एसीबी में शिकायत : विदित हो कि बड़ादाहा पंचायत के बंदरचुआं हरि मंदिर परिसर व चांदकुईयां पंचायत के गोलमारा हरि मंदिर परिसर में पेवर्स ब्लॉक बिछाने के कार्य के एवज में ठेकेदार से 30 हजार रुपये घूस लेते एसीबी ने शुक्रवार की दोपहर जयंत कुमार दे को गिरफ्तार किया था. शिकायतकर्ता ठेकेदार मोहम्मद इरशाद ने एसीबी को एक माह पूर्व घूस मांगने की शिकायत की थी.
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