IPL 2024: टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और टीम के मौजूदा स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के बीच का विवाद उस समय थम गया, जब दोनों ने इंडियन प्रीमियर लीग के मौजूदा सीजन में एक दूसरे को गले लगाया. पिछले सीजन में दोनों काफी चर्चा में थे जब वे मैदान पर एक-दूसरे से भिड़ गए. उस समय गंभीर लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटोर थे. मौजूदा सीजन में गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटोर हैं. दोनों के झगड़ों से मीडिया को भरपूर मसाला मिला और कई दिनों तक यह मामला सुर्खियों में रहा. इस सीजन में एक-दूसरे से गले मिलने के बाद गंभीर ने खुलकर बातचीत में यह कहने में संकोच नहीं किया कि लोगों को मसाला की जरूरत है, लेकिन मैं कोई मसाला नहीं देने वाला.
गंभीर और कोहली के बीच अब कोई खटास नहीं
गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स पर विराट कोहली के साथ अपने रिश्ते पर जनता की राय को संक्षेप में बताते हुए कहा कि यह सब टीआरपी के बारे में है. मीडिया को कोई सुराग नहीं मिला कि मैं किस तरह का व्यक्ति हूं, विराट किस तरह का व्यक्ति है. मीडिया केवल प्रचार करना चाहता है. लेकिन प्रचार सकारात्मक तरीके से भी किया जा सकता है. एक-दूसरे से गले मिलने के बाद विराट कोहली ने भी कहा कि लोगों को वह देखने को नहीं मिला जो वे चाहते थे. इसलिए, वे निराश थे.
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कोहली से डांस सीखना चाहते हैं गंभीर
अब गंभीर ने कहा है कि विराट ने जो कहा, मैं उसका बिल्कुल समर्थन करता हूं. लोगों को मसाला नहीं मिला तो लोगों की गॉसिप खत्म हो गई. उन्होंने आगे कहा कि जब दो लोग काफी परिपक्व होते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि किसी को भी उन दोनों के बीच हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार है. क्योंकि यह उन दोनों के बीच का मामला है. गंभीर ने मजाकिया अंदाज में कोहली की डांसिंग स्किल्स की भी तारीफ की और कहा कि अगर मैं चाहूं तो भी मैं एक भी मूव नहीं कर सकता. इसलिए अगर मुझे विराट से कुछ सीखना है तो वह उनके डांस मूव्स सीखना चाहूंगा.
स्ट्राइक रेट पर दिया यह जवाब
अब बात आती है आईपीएल के मौजूदा सीजन में विराट कोहली के स्ट्राइक रेट पर छिड़ी बहस की. गंभीर से भी इस मामले पर सवाल पूछा गया. केकेआर के मेंटोर ने इस मुद्दे पर अपनी कीमती राय दी. उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी का खेल अलग होता है. मैक्सवेल क्या कर सकते हैं, कोहली क्या नहीं कर सकते और कोहली क्या कर सकते हैं, मैक्सवेल क्या नहीं कर सकते. यह दोनों अलग है. गंभीर ने जोर देकर कहा कि जब आप जीतते हैं, तो 100 का स्ट्राइक रेट भी अच्छा है. लेकिन जब आप 180 के स्ट्राइक रेट के बावजूद हारते हैं, तो कोई इसके बारे में बात नहीं करता है.