प्रतिनिधि, मेदिनीनगर
बाल संरक्षण योजना के तहत विभाग द्वारा जिले के 331 बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना के तहत प्रतिमाह चार हजार रुपये दिया जा रहा है. इस संबंध में जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश कुमार ने बताया कि यह अधिकतम तीन साल तक किसी बच्चे को दिया जाता है. यह राशि ऐसे बच्चों को दी जाती है, जिन बच्चों के पिता नहीं हैं या माता-पिता दोनों नहीं है. ऐसे बच्चों को पैसे देने का मुख्य मकसद है कि उसकी पढ़ाई व पालन-पोषण में किसी तरह की परेशानी न हो. इसके लिए संबंधित बच्चों के परिजन को ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों का 75 हजार रुपये का आय प्रमाण पत्र, जबकि शहरी क्षेत्र में रहने वाले बच्चों का 90 हजार रुपये का आय प्रमाण पत्र जमा करना होगा. यदि बच्चे विद्यालय या महाविद्यालय में पढ़ रहे हैं, तो वहां का प्रमाण पत्र संलग्न होना चाहिए. बच्चों का यदि अपना अकाउंट नंबर है, तो उसमें पैसा दिया जाता है. यदि बच्चे जिस पर आश्रित हैं, उनके अकाउंट में पैसा हरेक माह दिया जाता है. लेकिन सबसे परेशानी की बात यह है कि आय प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण कई बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. क्योंकि इसमें कई ऐसे बच्चे हैं. जिनके पास अपनी जमीन नहीं रहने के कारण आय प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है. वे लाभ से वंचित रह जा रहे हैं. अभी भी कई ऐसे बच्चों के परिजन हैं, जो आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए संबंधित प्रखंड के कार्यालय का चक्कर लगाकर थक चुके हैं.
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