चतरा. देश में भाजपा नफरत की राजनीति कर रही है. संविधान को बदलना चाहती है. देश के लोग महंगाई, बेरोजगारी जैसी समस्या से जूझ रहे हैं. केंद्र सरकार लोगों की समस्याएं सुनने की बजाय पूंजीपतियों के हित में कार्य कर रही है. ये बातें भाकपा नेता सह हजारीबाग के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने सोमवार को जिला फार्मा में प्रेसवार्ता कर कही. श्री मेहता चतरा लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी अर्जुन कुमार के नामांकन में शामिल होने आये थे. उन्होंने कहा कि झारखंड बने 24 साल हो गये, जिसमें 16 साल भाजपा व आठ साल झामुमो की सरकार ने राज किया. लेकिन यहां के गरीब, मजबूर, किसान की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया. लोगों को नौकरी नहीं मिली. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कई बार विधानसभा में विस्थापन नीति गठन करने की बात कही, लेकिन आजतक विस्थापन नीति नहीं बनी. लोग धूल व गर्दा फांक रहे हैं. रैयतो को सही मुआवजा नहीं मिल रहा है. भाकपा हमेशा इस मुद्दे को लेकर आंदोलन करती आ रही है. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी ने हर साल दो करोड़ लोगों को नौकरी देने का वादा किया था. लेकिन रोजगार के नाम पर खानापूरी की गयी. देश में महंगाई व भ्रष्टाचार चरम पर है. भूखमरी की स्थिति बनी हुई है. इस ओर केंद्र सरकार का ध्यान नहीं है. भारतमाला व रेलवे से मुआवजा की मांग को लेकर किसान एक साल से धरना पर बैठे हुए हैं. राज्य सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है. किसान अपनी जमीन से ही जीविकोपार्जन करते हैं. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने पांच सीट पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था, लेकिन राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के कहने पर पलामू से चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया. चतरा, लोहरदगा, हजारीबाग व दुमका में चुनाव लड़ रहे हैं. चुनाव जीतने के लिए तमाम वामपंथी लोगों को एकजुट होने की बात कही. मौके पर राज्य सचिव महेंद्र पाठक, पार्टी प्रत्याशी अर्जुन कुमार, जिला मंत्री बनवारी साव, गयानाथ पांडेय, मंजु गौतम, रामलखन दांगी समेत कई उपस्थित थे.
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