ठाकुरगंज.इस साल अप्रैल महीने में ही गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. सोमवार को तापमान चालीस डिग्री दर्ज किया गया. सोमबार का दिन साल का सबसे गर्म दिन रहा. सूर्य की तपिश व गर्म हवा के थपेड़ों ने दिनभर लोगों को झुलसाया.गर्म हवा व लू से आम जीवन अस्त-व्यस्त रहा. झुलसाने वाली गर्मी से लोगों के हलक सूखते रहे. इससे लोग दिनभर पानी पीते रहे.जानकारों के अनुसार अप्रेल महीने में इतनी गर्मी कभी दर्ज नहीं की गई थी. सोमबार को चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़े अभी से इस कदर परेशान कर रहे हैं, मानो अप्रैल नहीं जून का महीना चल रहा हो. इतनी गर्मी इसलिए भी चौंकाने वाली है क्योंकि इसने सीमांचल के उस हिस्से को झुलसाया है जिसे बिहार का दार्जलिंग कहा जाता है. लू चलने से आम आदमी की हालत दिन-प्रतिदिन बदहाल होती जा रही है. लू लगने के डर से लोगों ने अपने मुंह व सिर पर कपड़ा बाधने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. गर्मी के कारण सबसे ज्यादा स्कूली छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि दोपहर के लगभग दो बजे तपती दोपहरी में स्कूलों की छुट्टी होती है, जिसमें बच्चों को ना चाहते हुए भी तपती दोपहरी में स्कूल से घर तक का सफर तय करना पड़ता है. बढ़ती गर्मी किसानों व मजदूरों के लिए जी का जंजाल साबित हो रही है.
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