बिक्रमगंज. खैराभूधर पंचायत के खड़गपुरा गांव में बूथ निरीक्षण और मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजन को उक्त गांव में विद्यालय पहुंचे बीडीओ अमित प्रताप सिंह को विद्यालय में साधु मिले. जो विद्यालय में हीं अस्थायी आश्रम बना कर रह रहे हैं. बीडीओ ने पूछा, आप विद्यालय में क्यों रहते हैं, तो साधुओं ने बताया कि ग्रामीणों ने यही रुकने का इंतजाम किया था, इसलिए रह रहा हूं. बीडीओ ने प्रधानाध्यापिका से फोन पर बात की, तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला. बीडीओ ने फोन पर ही प्रधानाध्यापिका पर स्पष्टीकरण का जवाब देने को कहा और चल दिये. इसी बीच ग्रामीणों ने बीडीओ को घेर लिया और उनसे बदसलूकी करने लगे. उनकी गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया. ग्रामीणों का कहना था कि बीडीओ ने साधुओं को अपमानजनक बातें कहीं. इसके कारण ग्रामीण बीडीओ का विरोध कर रहे थे. इस संबंध में बीडीओ ने कहा कि उन्होंने साधुओं से केवल इतना ही पूछा था कि आपको यहां किसने रखा है. इसका जवाब साधुओं ने उन्मादी भीड़ को भी दिया. साधुओं ने कहा कि बीडीओ साहब ने इससे अधिक कोई भी बात नहीं की. वह तो फोन पर प्रधानाध्यापिका से बात कर रहे थे, तब जाकर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ और बीडीओ साहब वहां से लौटे. बाद में बीडीओ ने प्रधानाध्यापिका के पति अनिल पांडेय, देवर भोला पांडेय सहित 50 लोगों पर हमला करने, गाड़ी क्षतिग्रस्त करने और सरकारी काम में बाधा डालने संबंधी आवेदन थाने में दिया. थानाध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि बीडीओ का आवेदन मिला है. प्राथमिकी की कार्रवाई की जा रही है. वहीं ग्रामीणों ने भी बीडीओ के विरुद्ध आवेदन दिया है, जिसकी जांच पड़ताल की जा रही है.
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