बेंगाबाद. बिजली व्यवस्था से धंधे में हो रहे नुकसान और बैंक से आ रहे नोटिस से तंग आकर एक व्यवसायी ने आत्मदाह का फैसला लिया है. बेंगाबाद में स्थापित भारत यूटिलिटी फैक्ट्री को नियमित रूप से बिजली नहीं मिल रही है. इसके कारण फैक्ट्री काफी दिनों से बंद है. फैक्ट्री संचालक को आर्थिक नुकसान हो रहा है. नुकसान को देखते हुए भारत यूटिलिटी के निदेशक राजेश कुमार सिन्हा ने झारखंड राज्य विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर एक मई को आत्मदाह करने की चेतावनी दी है. श्री सिन्हा ने कहा है कि उन्होंने अपना पानी प्लांट बेंगाबाद के छछंदों में लगाया है. उन्होंने बैंक से ऋण लेकर प्लांट की शुरुआत की. पिछले एक पखवारा से बिजली व्यवस्था चौपट हो गयी है. इसके कारण उनका प्लांट बंद हो गया है. विभाग से संपर्क स्थापित करने पर पावर हाउस में तकनीकी खराबी की बात बतायी जा रही है. जबकि, पावर हाउस से अन्य फीडरों में लाइन की आपूर्ति हो रही है. कहा उनका बिजली बिल भी बकाया नहीं है. इसके बाद भी तकनीकी खराबी दूर कर बिजली आपूर्ति देने में विभाग आनाकानी कर रही है.
प्लांट बंद होने से आर्थिक व सामाजिक प्रतिष्ठा प्रभावित
कहा है कि बिजली विभाग की लापरवाही से प्लांट के बंद होने से ग्राहकों के बीच पानी की आपूर्ति भी नहीं हो पा रही है. इससे ग्राहकों के बीच उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है. ग्राहक भी छोड़ रहे हैं. प्लांट में कार्यरत मजदूर भी बेरोजगार हो गये हैं. वह कहीं दूसरे जगह चले गये तो उनकी मुसीबत और बढ़ जायेगी. वहीं बैंक से ऋण का तगादा होने लगा है. ऐसी स्थिति में आत्मदाह के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है.क्या कहते हैं जेई :
विभाग के जेई रामसुंदर का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से तकनीकी गड़बड़ी के कारण आपूर्ति की समस्या हो रही है. विभाग इसे सुधारने में लगा है. एक-दो दिनों व्यवस्था ठीक हो जाने की संभावना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है