आसनसोल/अंडाल.
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि जिस बंगाल में मां काली, मां दुर्गा, मां लक्ष्मी, मां जगद्धात्री आदि मातृशक्ति की अराधना के लिए पूरे विश्व मे ख्याति प्राप्त हो, उस बंगाल में संदेशखाली की घटना होती है. सबसे हैरान करनेवाली बात यह है कि इसतरह के अपराध में शामिल आरोपियों को सजा देने के बजाय राज्य सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है. उत्तरप्रदेश में बड़े से बड़ा माफिया और अपराधी अपने गले में तख्तियां लटकाकर दया की भीख मांग रहे हैं और कह रहे है कि मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन कर लेंगे, अपराध के रास्ते पर कभी नहीं जाएंगे. बंगाल को भी दंगामुक्त और भुयमुक्त बनाना है तो भाजपा को मजबूत करना होगा और आसनसोल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार सुरेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया को भारी मतों से विजय बनाएं. आसनसोल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के खांद्रा मैदान में अयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने ये बातें कहीं. मौके पर उम्मीदवार श्री अहलूवालिया, कुल्टी के विधायक डॉ. अजय पोद्दार, दुर्गापुर पूर्व के विधायक लखन घोरुई, जिलाध्यक्ष बप्पा चटर्जी, प्रदेश कमेटी के सदस्य कृष्णेंदु मुखर्जी, जितेंद्र कुमार तिवारी, स्थानीय नेता डॉ. बिजन मुखर्जी, सुशील टुडू, सभापति सिंह, रामानंद पाठक, शंभू पासवान आदि उपस्थित थे. सभास्थल कार्यकर्ताओं और समर्थकों से भरा रहा. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत में नवजागरण की शंखनाद, सांस्कृतिक जागरण की शंखनाद, आध्यत्मिक क्रांति का सूत्रपात, देश में सन्यासी विद्रोह की आधारभूमि, प्रथम स्वतंत्रता समर की ज्वाला को आगे बढ़ानेवाली यह बंगाल हिंसा की चपेट में है और अराजकता व भष्टाचार से लहूलुहान है. धर्म और संस्कृति से जुड़े महापुरुषों की इस जन्मभूमि की हालत आज ऐसी हालत हो गयी है कि जय श्री राम बोलने पर उसे झूठे मामले में फंसा दिया जाता है. श्रीराम पर प्रतिबंध लगाए जाता है. बंगाल की धरती पर जन्म लेने वाले कृतिवास ओझा ने बांग्ला में रामायण की रचना की थी लेकिन आज बंगाल में रामनवमी के जुलूस पर पत्थर बाजी की जाती है और ऐसे दंगाइयों को राज्य सरकार का संरक्षण मिलता है. अगर इस तरह के दंगे उत्तर प्रदेश में किया गया होता तो वह दंगा करनेवालों को उल्टा लटका कर सीधा कर दिया जाता. उनकी संपत्ति कुर्क कर गरीबों में बांट दिया जाती. पिछले 15 वर्षों में दीदी ने अपने राज्य में वह नहीं कर पायी जो उत्तर प्रदेश में पांच वर्षों में कर दिया. राम मंदिर निर्माण के संग्राम में बंगाल के कोठारी बंधुओ ने भी अपने प्राणों की आहुति दी थी लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि जब राम मंदिर का भव्य उद्घाटन हुआ तब तृणमूल कांग्रेस की तरफ से कोई भी उस उद्घाटन समारोह में शामिल होने नहीं गया. जिस बंगाल में मां दुर्गा, मां काली की पूजा की जाती है वहां पर संदेश खाली जैसी घटनाएं होती है. जहां मातृशक्ति पर अवर्णनीय अत्याचार किए जाते हैं. राज्य सरकार उन अत्याचारीयों को सजा देने के बजाय बचाने की कोशिश करती है. उन्होंने अपने अंदाज में कहा कि बंगाल को उत्तर प्रदेश की तरह दंगा मुक्त व भय मुक्त राज्य बनाना चाहते हैं तो आने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सुरेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया के समर्थन में मतदान करें, एकमात्र भाजपा के नेतृत्व में ही सशक्त भारत और सशक्त बंगाल का निर्माण हो सकता है. उन्होंने पिछले दस वर्षों में भाजपा सरकार के शासनकाल में हुए विकास कार्यों पूरा आकंड़ा पेश करते हुए कहा कि 65 वर्षों के शासनकाल में जो नहीं हुआ वह दस वर्षों में नरेंद्र मोदी ने करके दिखाया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है