खोदावंदपुर. बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के वार्ड 10, 11 एवं 12 में नयी बोरिंग नहीं लगने से पेयजलापूर्ति कार्य बाधित हो रहा है. ग्रामीण पाइप जलापूर्ति योजना को विस्तारीकरण कर हर घर नल का जल पहुंचाने की योजना खटाई में पड़ी है. स्थानीय लोगों ने इसे विभागीय उदासीनता और संवेदक की लापरवाही बताया है. लोगों का कहना है कि लगभग साढ़े 3 वर्षों से संवेदक द्वारा लोगों को लॉलीपॉप दिखाया जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के वार्ड 10, 11 एवं 12 में पिछले चार माह से किसी तरह से पुराने बोड़िंग से ही जलापूर्ति कार्य किया जा रहा है. इन तीनों वार्डों में पाइप लाइन का कार्य भी अधूरा पड़ा है, जिसके कारण भीषण गर्मी में लाभुक व राहगीर पेयजल के लिए काफी परेशान नजर आ रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार अबतक तीनों वार्ड मिलाकर मात्र 80 से 90 परिवारों में ही जलापूर्ति कार्य की खानापूर्ति की जा रही है, जबकि तीनों वार्डों में कुल 600 परिवार रहते हैं, जिसमें से 400 परिवारों का कनेक्शन रजिस्टर्ड है. शेष 200 परिवारों में पाइपलाइन का कार्य भी अभी बाकी है. कुल मिलाकर बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के वार्ड 10, 11 एवं 12 में अब तक 80 से 90 परिवारों को ही हर घर नल का जल योजना का लाभ मिल रहा है. लोगों का कहना है कि संवेदक द्वारा इसका रखरखाव भी ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है. पीडब्ल्यूएस परिसर में कचरा का अंबार लगा हुआ है, जिसकी साफ सफाई भी नहीं की जा रही है. बताते चलें कि यहां पूरे प्रखंड क्षेत्र के सबसे पूराना पीएचइडी कार्यालय बना हुआ है, जो अक्सर बंद ही रहता है. लोगों ने बताया कि कुछ परिवारों में कभी कभी पानी आती है और कभी कभी पानी पहुंच भी नहीं पाती है.गांव मुहल्ले की इस समस्या से कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है, परंतु किसी ने इस समस्या की ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा है. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने बताया कि संवेदक एवं उनके सहयोगियों के मोबाइल नंबर पर जब संपर्क किया जाता है तो वे लोग फोन रिसीव करना भी मुनासिब नहीं समझते हैं, जिससे आम जनों की समस्या का सामाधान नहीं हो पाता है. ग्रामीणों ने बताया कि संवेदक भीमनगर सुपौल के राजू सिंह हैं, जो किसी का भी फोन रिसीव नहीं करते हैं. इस संबंध में बरियारपुर पश्चिमी के पंप संचालक मनोज कुमार महतो ने कहा कि वर्ष 2019 से ही पीडब्ल्यूएस में कार्य कर रहे हैं, परंतु अबतक मात्र एक वर्ष का ही मानदेय भुगतान किया गया है. शेष चार वर्षों का मानदेय भुगतान कार्य लंबित है. उन्होंने बताया कि बकाये मानदेय नहीं मिलने से उनके परिजनों के समक्ष भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. शिकायत करने के बाद भी संवेदक एवं विभागीय अधिकारियों के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है. वहीं पीएचइडी के कनीय अभियंता मनोज कुमार ने कहा कि बरियारपुर पश्चिमी में जलापूर्ति कार्य बंद पड़ा हुआ है, इसकी सूचना मुझे अबतक किसी भी लाभुकों के द्वारा नहीं मिली है, हालांकि मीडिया के द्वारा हर घर नल का जल योजना बाधित होने की सूचना मिली है, मामले की जांच पड़ताल कर जल्द ही समस्या का समाधान करवा दिया जायेगा.
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