प्रतिनिधि, खगड़िया . लोकसभा चुनाव को लेकर बीते दिनों से कुर्मी नेताओं द्वारा एनडीए के विरोध में प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है. मैं उसका खंडन करती हूं. मंगलवार को भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता जयंती पटेल ने प्रेसवार्ता कर कही. उन्होंने कहा कि कुर्मी के स्वघोषित कुछ नेताओं ने समाज को तोड़ने के लिए जो प्रयास किया है वह कहीं से सफल होने वाला नहीं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पहले भी पूरी मजबूती के साथ थे और आज भी हैं. बीते दिनों महागठबंधन ने जिस प्रकार नीतीश कुमार की पार्टी को खत्म करने का प्रयास किया था. वह आज एनडीए घटक दल के चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास के उम्मीदवार राजेश वर्मा का विरोध करते हैं तो उनको मात्र पांच सीटों पर नुकसान उठाना पड़ेगा. लेकिन चिराग पासवान समर्थित पासवान जाति के भाई बहन अगर विरोध कर देती है तो जदयू को 16 सीटों पर नुकसान उठाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि महागठबंधन द्वारा रचा गया षड्यंत्र है. जो कुर्मी जाति को दो भागों में बांटकर एनडीए को कमजोर करना चाहती है. जिस प्रकार जदयू के कद्दावर नेता अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को समस्तीपुर से लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है. यह कहीं से नहीं दर्शाता है कि चिराग पासवान कुर्मी समाज के विरोधी हैं. उन्होंने शांभवी चौधरी को लोकसभा का टिकट देकर नीतीश कुमार के हाथ को मजबूत किया है. नेत्री जयंती पटेल ने कहा कि राजेश वर्मा को अगर हम बाहरी कहते हैं तो वे कौन है जो विभूतिपुर विधानसभा से विधायक बने बैठे हैं. वो बन सकते हैं तो राजेश वर्मा क्यों नहीं. लोकसभा क्षेत्र की जनता उन्हें जिताकर संसद भेजने का मन बना लिया है. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए गठबंधन पूरी तरह मजबूत है. इस बार के लोकसभा चुनाव में बिहार के 40 सीट पर एनडीए के प्रत्याशी जीतेंगे.
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