लखीसराय. जिले में बढ़ते तापमान को देखते हुए लोगों का प्यास बुझाने के लिए नगर परिषद के द्वारा शहर के विभिन्न चौक चौराहे पर प्याऊ की व्यवस्था की गयी है. शहर के जमुई मोड़, बाजार समिति, अष्टघाटी मोड़, स्काई विजन स्कूल, शहीद द्वार, अभिमन्यु चौक, प्रभात चौक एवं थाना चौक पर पियाऊ की व्यवस्था की गयी है. लोगों के प्यास बुझाने के लिए प्रतिदिन नगर भवन से समरसेबल ट्यूबल से पानी टैंकर भरकर लाया जाता है एवं सुबह शाम प्याऊ को पानी पीने के लिए भरा जाता है. नगर परिषद के द्वारा लगभग आधा से दर्जन से अधिक शहर विभिन्न चौक चौराहे पर लोगो के प्यास बुझाने के लिए नगर परिषद के द्वारा असफल प्रयास किया गया है. चौक चौराहे पर लगाये गये प्याऊ में पानी भरने के साथ ही सुबह आठ बजे से ही कड़ी धूप के कारण प्याऊ से बेहतर किसी चापाकाल पर लोग पानी पीना पसंद का रहे हैं. प्याऊ टंकी के अपर शेड नहीं रहने के कारण प्याऊ पानी टंकी काफी गर्म हो जाता है. जिसके कारण उसमें रखे पानी कोई काम का नहीं रह पाता है. हालांकि कुछ कुछ जगहों पर छत का छज्जा के नीचे होने के कारण कुछ देर तक पानी ठंडा रह पाता है.
अगले कुछ दिनों में मिल सकती है गर्मी से राहत, पारा 43 डिग्री पहुंचा
प्रतिनिधि, सूर्यगढ़ा. पिछले कई दिनों से आग उगलती गर्मी में सभी का बुरा हाल है. मंगलवार को सुबह आठ बजे से ही सूर्य की तपिश के चलते लोग बेहाल नजर आये. अधिकतम तापमान भी बढ़कर 43 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. हालांकि मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक अगले कुछ दिनों में गर्मी से आंशिक राहत मिलने के संभावना है. बुधवार एक मई को अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस गिरकर 42 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस गिरकर 24 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. अगले कुछ दिनों में पारा और गिरने की संभावना है. इधर, पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी व लू से लोग बेहाल हैं. जिले में तालाब सूख चले हैं. कई इलाकों में हैंडपंप जवाब देने लगे हैं. मौसम गर्म होने से गर्मी सुबह व शाम में लोग टाल-मटोल कर लोग घरों में कैद हो जा रहे हैं और जिले की प्रमुख सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है. गर्मी से राहत पाने के लिए लोग जहां दो से तीन बार स्नान कर रहे, वहीं बच्चे अधिकांश समय हैंड पंपों, तालाब व नदी में नहाकर समय बीता रहे हैं. लू लगने से बीमार होने वालों की संख्या में इजाफा होता जला जा रहा है. मौसम के तेवर का सीधा असर अब आम जन जीवन पर स्पष्ट दिखने लगा है. फुटपाथ व्यवसायी, रिक्शा-ठेला चालक जो पूरे दिन अपने काम-धंधे में जुटे रहते थे वे भी छांव का ठौर खोजते फिर रहे है.इसी बीच पेयजल आपूर्ति के कुप्रबंध लोगों की मुश्किलों में और इजाफा कर रहे हैं.
गर्मी से बचाव को बरतें एहतियात
विशेषज्ञ चिकित्सक की मानें तो गर्मी से बचने के लिए कुछ बुनियादी उपाय आवश्यक रूप से करनी चाहिए. मसलन घर से निकलने के वक्त अत्यधिक मात्रा में पानी पीकर निकलें, धूप में कहीं निकलने से पहले सिर और पूरे शरीर को ढक लेना चाहिए. साथ ही पैदल चल रहे हों तो छाता लेकर निकलें. इसके अलावा खान-पान पर विशेष ध्यान चाहिए. साथ ही पेय पदार्थ का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए, ताकि धूप व गर्मी से बचाव हो सके. अप्रैल माह के आखिरी सप्ताह में चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी से आम लोग जहां परेशान हैं, तो वहीं संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है. ऐसे में सावधानी बरतना और समय से इलाज ही इससे निबटने का बेहतर साधन है. चिलचिलाती धूप और पसीने से तर-बतर की स्थिति में कदापि पानी न पीएं. कुछ देर आराम करने के बाद ही ठंडा पानी या जल का सेवन करें. इससे तबीयत के खराब होने का भय नहीं रहता है. खासकर संक्रामक बीमारियों से छुटकारा आसानी से पाया जा सकता है.अगले 8 दिनों का संभावित तापमान
तिथि अधिकतम न्यूनतम01/05 42 2402/05 41 2303/05 40 2304/05 41 2405/05 42 2506/05 39 2607/05 36 2608/05 34 26डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है