रांची. भीषण गर्मी और लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. यही वजह है कि पहली बार इतने बड़े पैमाने पर स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है. इसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ ही मौसम, आपदा प्रबंधन सहित आधा दर्जन विभागों के अधिकारी होंगे. इसके तहत जिला स्तर पर उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स ऑन क्लाइमेट चेंज एंड ह्यूमेन हेल्थ का गठन किया जायेगा, जो भारत सरकार द्वारा एडवाइजरी ऑन हीट वेव सीजन-2024 के तहत निगरानी और कार्य करेंगे.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक आलोक त्रिवेदी ने कहा कि गर्मी के मौसम में लू के कारण होने वाली बीमारी और मृत्यु दर को कम करने के लिए शीर्ष स्तर पर यह निर्णय लिया गया है. हम सभी कारकों का आकलन कर रहते हुए अन्य विभागों से मिलकर लोगों तक पहुंचने के लिए नये तरीकों पर काम कर रहे हैं. गौरतलब है कि झारखंड के कई हिस्सों में कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है और कई इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से चार से छह डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया जा रहा है.हर दिन लू की समीक्षा करेगा विभाग
जलवायु परिवर्तन से प्रतिदिन तापमान में हो रही वृद्धि के कारण स्वास्थ्य पर मौसम का दुष्प्रभाव पड़ रहा है. इसे देखते हुए एडवाइजरी ऑन हीट वेव सीजन-2024 नाम दिया गया है. जलवायु परिवर्तन तथा मानव स्वास्थ्य कार्यक्रम 2024-25 तथा 2025-26 के तहत तैयार योजना (पीआइपी) के तहत सभी जिलों में गर्म हवा से बचने की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी. विभाग लू की लहर की समीक्षा करेगा. हीट वेव को लेकर मई और जून के दौरान राज्य के कई इलाकों में भीषण गर्मी का प्रकोप देखा जा सकता है.प्राथमिक उपचार के बाद ही जिला अस्पताल रेफर किये जा सकेंगे मरीज
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरीज का प्राथमिक उपचार करने के बाद ही जिला अस्पताल रेफर करेंगे. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नजदीकी जिला अस्पताल के साथ समन्वय स्थापित करेंगे तथा अधिक संख्या में केस रेफर करने पर उसकी अग्रिम सूचना जिला अस्पताल को देंगे.टास्क फोर्स में शामिल विभाग
स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज, कृषि विभाग, वन विभाग, शिक्षा विभाग, जिला आपदा प्रबंधन प्रभाग व मौसम विज्ञान विभाग.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है