ठकराहा.जगीराहा पंचायत के महादलित बस्ती में दो दिन पहले लगी आग की राख अभी ठंडी नहीं हुई तब तक बुधवार की सुबह जगीराहा पंचायत के नौका टोला और भेड़िहारी टोला में फिर आग लगने से लगभग 100 घर जल कर राख हो गए. वहीं बुधवार की दोपहर जगीराहा पंचायत के भतहवा गांव में तपिश के कारण बखार से उठी आग की लपटों को ग्रामीणों ने तत्परता से बुझा दिया. जिससे आगजनी की भीषण घटना टल गयी. आधे घंटे के अंतराल में दो गांवों में लगी भीषण आग बुधवार की सुबह से मौसम की तल्ख तेवर और तेज धूप में लू के थपेड़ो से अगलगी की घटनाओं से ठकराहा प्रखंड क्षेत्र लोगों में अफरा तफरी का माहौल बना रहा तो वही आधे घंटे के अंतराल में दो गांवों में हुई भीषण अगलगी की घटना को नियंत्रित करना प्रशासनिक अधिकारियों के लिए चुनौती का सबब बन गया था. पछिया हवाओं के थपेड़ों से पलभर में विकराल रूप धारण कर लिया आग: जगीराहा पंचायत के दलित बस्ती में बुधवार की सुबह स्थानीय मुखिया चंद्रबाबू, समाजसेवी कृष्णमुरारी तिवारी, वीरेंद्र तिवारी और तमकुही रोड के व्यवसायी सुनील कुमार संयुक्त रूप से पीड़ितों के बीच राहत सामग्री का वितरण कर रहे थे. उसी दौरान भेडीहारी टोला में आग लग गयी. पछिया हवाओं के थपेड़ों से पलभर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. बड़ी संख्या में आग बुझाने पहुंचे ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. तब तक दो दर्जन घर जलकर खाक हो गए और घर में में रखे सारा सामान जल कर नष्ट हो गया. उधर सूचना मिलते ही सीओ सुमित राज, थानाध्यक्ष उत्तम कुमार अग्निशमन वाहन के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के मदद से आग बुझाने में जुट गए कि अचानक भेड़िहारी टोला गांव से पूरब दो किलोमीटर की दूरी पर नौका टोला बेलवारीपट्टी में आग लगने की शोर से अफरा तफरी मच गयी. भेड़िहारी टोला की आग बुझाने पहुंचे ग्रामीण नौका टोला की तरफ दौड़ने लगे. लोग वहां पहुंचते तब तक आग ने कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया. अन्य घरों को आग से बचाने के लिए ग्रामीणों ने पूरा प्रयास किया. लेकिन आग को नियंत्रित करना मुश्किल था. आधे घंटे बाद दमकल की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंची तब तक 50 घर जलकर खाक हो गए. वही घरों में रखे अनाज, कपड़ा, बर्तन नकद समेत आभूषण सब कुछ जल कर नष्ट हो गया. भयभीत ग्रामीण घर छोड़ खुले आसमान में रहने को मजबूर:जगीराहा पंचायत के तीन गांव में लगातार हो रही आगजनी की घटना से ग्रामीण डरे और सहमे हुए है. बुधवार को प्रखंड क्षेत्र के कई गांव में अगलगी की छोटी-छोटी घटनाएं हुई. जिससे ग्रामीणों की तत्परता से बुझा दिया गया. इस घटना के बाद प्रखंड क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल कायम है. लोग घर से बाहर खेतों में सारा सामान व माल मवेशियों के साथ खुले आसमान के नीचे तंबू डाल कर जीवन यापन कर रहे हैं.
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