वरीय संवाददाता, भागलपुर
शहर में पानी की परेशानी को दूर करने वाली जलापूर्ति फेज-01 योजना बंद होने जा रही है. इसके अधूरे कार्यों को अमृत-2 योजना से अब पूरी की जायेगी. ऐसे भी यह योजना 11 साल बाद भी अधूरी है. कभी काम होता है, तो कभी नहीं. अक्सर बंद रहता है. यह एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा वित्तपोषित योजना है, जिससे हाथ खींच लेने पर राज्य मद से इसको पूरी की जा रही है. जलापूर्ति योजना फेज-01 को बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (बुडको) बंद करने जा रहा है. इस योजना को बंद करने की शुरूआत शहर के तीन ओवरहेड टैंक (जलमीनार) के निर्माण योजना को ड्राॅप करने के फैसले के साथ कर दी गयी है. वहीं, अमृत-2 योजना के तहत बुडको ने करीब 256 करोड़ रुपये की लागत से शहर में जलापूर्ति संबंधी योजना तैयार की है. यह योजना शहर के विस्तारित इलाकों में पानी की पाइपलाइन बिछाने के साथ जलापूर्ति संबंधी है. बुडको के अनुसार जलापूर्ति योजना फेज-01 को काफी वर्ष हो चुके हैं. इनमें कुछ काम अब भी बचे रह गए हैं. इनमें तीन जलमीनारों का निर्माण शामिल है. चिह्नित स्थान की भूमि पर अड़चन की वजह से इन्हें नहीं बनाने का निर्णय लिया गया है. इन सब वजहों से फेज-01 को बंद कर अमृत-2 योजना से पूरा कराने का निर्णय लिया गया है. इस योजना के कार्यान्वयन के लिए हाउस होल्ड का सर्वे चल रहा है. सर्वे रिपोर्ट पर एस्टिमेट तैयार कर टेंडर किया जायेगा.
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