झंझारपुर. प्रखंड के नवानी पंचायत के चौधरी टोला में वर्ल्ड नेबर्स के सहयोग से रुरल डेवलपमेंट ट्रस्ट द्वारा जलवायु परिवर्तन अनुकूलन खेती विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. कस्तूरबा महिला मंडल समूह सदस्य के बीच कार्यक्रम में पंचायत किसान सलाहकार ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से किसान सबसे अधिक पीड़ित है. असमय गर्मी, बरसात, ठंडी से किसान का फसल नुकसान होता है. जिससे किसान को आर्थिक जोखिम उठाना पड़ता है. किसान खेती समय के अनुसार बदलाव करें. फसल चक्र में बदलाव कर खेती करें. दलहन तेलहन की खेती पर अधिक जोड़ दें. मीलेट मोटा अनाज मडुआ के सिंचाई में पानी की खपत कम होती है. कम लागत में उपज अधिक होता है. इसी प्रकार मक्का की खेती में भी सिचाई में पानी की खपत कम होती है. जलवायु परिवर्तन के कारण भूमि अधिक गर्म हो रहा है. जिसका मुख्य कारण है, अधिक उपज के लालच में रसायनिक खाद्य का उपयोग कर रहे हैं. जैविक खाद्य के उपयोग से भूमि में हमेशा नमी बनी रहती है. ट्रस्ट के संरक्षक मो. सादुल्लाह ने कहा कि समूह सदस्य जैविक खाद्य से खेती करना प्रारंभ किया है. कार्यक्रम में हीरा लाल मंडल, संगीता देवी, नैना देवी, ममता देवी, शांति देवी, मंजुला देवी, रूबी देवी, रेबनी देवी, दुखनी देवी, उषा देवी, भारती देवी, देवदाय देवी मौजूद थे.
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