समस्तीपुर: पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी के निर्देश पर गठित स्थानीय एसआइटी और डीआईयू टीम ने पश्चिम बंगाल और हैदराबाद में अलग अलग स्थानों पर संयुक्त छापेमारी कर जिले के दो मोस्ट वांटेड इनामी बदमाश सहित दारोगा हत्याकांड में फरार एक वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार किया. आरोपितों की पहचान विभूतिपुर थानाक्षेत्र के मोहनपुर बोरिया निवासी ब्रह्मदेव महतो के पुत्र मंटून महतो, घटहो थाना के अख्तियारपुर खजुरी निवासी यदुनंदन शर्मा के पुत्र अक्षय शर्मा और नालंदा जिले के चिकसौरा थाना के भवानी बीघा निवासी तनिक प्रसाद के पुत्र अनुज प्रसाद के रुप में हुई है. गिरफ्तार आरोपितों के पास से दो मोबाइल भी बरामद हुआ. स्थानीय पुलिस को लंबे समय से उक्त आरोपितों की तलाश थी. पुलिस मुख्यालय से सभी तीनों आरोपितों के विरुद्ध अलग-अलग इनामी की भी घोषणा थी. गुरुवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने मामले का पर्दाफाश किया. बताया कि गिरफ्तार आरोपित अलग अलग संगठित गिरोह के सदस्य है. पूर्व से क्षेत्र में हत्या, लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट के कई मामलों में वांछित है और पुलिस की नजरों में लंबे समय से फरार था. गिरफ्तार आरोपितों का पूर्व आपराधिक इतिहास रहा है. पुलिस मुख्यालय से आरोपितों के विरुद्ध अलग-अलग इनाम की घोषणा थी. पुलिस के तकनीकी अनुसंधान और मानवीय सूत्रों की मदद से आरोपितों का सुराग मिला. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित विभूतिपुर थानाक्षेत्र के मोहनपुर बोरिया निवासी मंटून महतो जिले के टॉप टेन अपराधियों की सूची में शामिल था. वह स्थानीय विभूतिपुर थाना सहित सीमावर्ती बेगूसराय जिला के खोदावंदपुर थाना में लूट, डकैती, हत्या, चोरी और आर्म्स एक्ट समेत आधा दर्जन गंभीर कांडों में वांछित भी रह चुका है. पुलिस मुख्यालय से उसके विरुद्ध एक लाख रुपये इनाम घोषित था. पुलिस के तकनीकी अनुसंधान और मानवीय सूत्रों की मदद से पता चला कि आरोपित पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिला के मटिया थाना क्षेत्र में भूमिगत है. पुलिस की विशेष टीम ने संयुक्त छापेमारी कर उक्त आरोपित को गिरफ्तार कर लिया. वहीं दूसरी और जिला पुलिस के एसआइटी और डीआइयू टीम ने दारोगा नंद किशोर यादव हत्याकांड में वांछित 25 हजार के इनामी नालंदा जिला के भवानी बिघा निवासी अनुज प्रसाद और जिले के टॉप टेन अपराधियों की सूची में शामिल घटहो थाना के अख्तियारपुर खजुरी निवासी अक्षय शर्मा को हैदराबाद में पतनचेरु और बोरमपेट में अलग अलग स्थानों से गिरफ्तार किया. एसपी ने बताया कि बीते साल 14 अगस्त को जिले के मोहनपुर ओपी के तत्कालीन थानाध्यक्ष नंद किशोर यादव को अपराधियों ने कर्तव्य के दौरान मुठभेड़ में गोली मारकर हत्या कर दी थी. स्थानीय पुलिस ने घटना में संलिप्त कुछ अपराधियों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज दिया था. वहीं घटना में फरार अन्य आरोपितों की तलाश जारी थी. इस क्रम में पुलिस की तकनीकी अनुसंधान और आसूचना की मदद से डीआइयू और एसआइटी ने हैदराबाद के पतनचेरु में संयुक्त छापेमारी कर आरोपित अनुज प्रसाद को गिरफ्तार किया. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित अनुज प्रसाद पतनचेरु स्थित चावल फैक्ट्री में छिपकर मजदूरी कर रहा था. पूछताछ में आरोपित ने दारोगा हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया. पुलिस मुख्यालय से उसके विरुद्ध 25 हजार रुपये इनाम घोषित था. वहीं दूसरी घटहो ओपी के अख्तियारपुर खजूरी निवासी जिले के टॉप टेन अपराधियों की सूची में शामिल अक्षय शर्मा को डीआइयू और एसआइटी ने संयुक्त छापेमारी कर हैदराबाद के बोरमपेट से गिरफ्तार किया. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित जिले में हत्या, लूट, डकैती के आधा दर्जन कांडों में वांछित है. पुलिस को लंबे समय से उक्त आरोपित की तलाश थी. छापेमारी दल में डीआइयू शाखा प्रभारी अजीत प्रसाद सिंह, दारोगा शिवपूजन कुमार, चंद्रकेतु, धनंजय कुमार, अमित कुमार, सुनील कुमार सिंह, विशद विश्वास, सिपाही अखिलेश कुमार, केशव कुमार, अमर कुमार, कुंदन कुमार, अविनाश कुमार समेत सशस्त्र बल शामिल रहे.
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