संवाददाता, धनबाद, मै
ट्रिक के परीक्षा परिणाम की समीक्षा के लिए गुरुवार को टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित एसएसएलएनटी बालिका प्लस टू स्कूल में बैठक हुई. जिला शिक्षा पदाधिकारी निशु कुमारी ने विद्यालयवार परीक्षा परिणाम की समीक्षा की. जिले में 17 हजार 540 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी. इनमें से 15 हजार 375 विद्यार्थी सफल रहे. 2165 विद्यार्थी असफल हुए हैं. गणित व विज्ञान में सर्वाधिक 1441 विद्यार्थी असफल हुए. निशु कुमारी ने निर्देश दिया कि सभी शिक्षक बच्चों के अधिगम स्तर के अनुसार पाठ्यक्रम की तैयारी करायें और प्रोजेक्ट के साथ-साथ अपने से मॉडल टेस्ट पेपर तैयार कर रिविजन करायें, ताकि भविष्य में होने वाली परीक्षा में शत-प्रतिशत रिजल्ट हो.खराब रिजल्ट के पीछे अनुपस्थिति कारण बताया :
शिक्षकों ने बैठक में बताया कि छात्र-छात्राओं की स्कूल में अनुपस्थिति के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है. खराब रिजल्ट के पीछे एक कारण यह भी है. डीइओ ने निर्देश दिया कि विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए विभाग द्वारा चलाये जा रहे प्रयास और प्रोजेक्ट इंपैक्ट को प्रभावी करें.विषयवार पांच-पांच मॉडल पेपर से परीक्षा लें :
डीइओ ने कहा कि विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए तैयार करना शिक्षकों की जिम्मेदारी है. इसके लिए शिक्षक अपने स्तर पर भी पहल कर सकते हैं. जरूरी है कि शिक्षक अपने-अपने विषय का कम से कम पांच-पांच मॉडल पेपर से परीक्षा की तैयारी करायें, ताकि विद्यार्थी पूरे सिलेबस में अपनी समझ बढ़ा सकें. डीइओ ने कहा कि विद्यार्थी विद्यालय आयें, इसकी जवाबदेही विद्यालय प्रभारी, शिक्षक एवं विद्यालय प्रबंध समिति की है. मौके पर एडीपीओ विजय कुमार, एपीओ प्रदीप रवानी, गणित व विज्ञान के शिक्षक मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है