प्रतिनिधि, रानीश्वर सादीपुर गांव के धर्म राज मंदिर प्रांगण में शुक्रवार को श्रद्धा व भक्ति के साथ ब्रह्मा पूजा की गयी. शिलाजुड़ी गांव के काजल भट्टाचार्य ने पूजा-अर्चना तथा हवन यज्ञ संपन्न कराया. जानकारी के अनुसार बांग्ला पंचांग के 20 वैशाख सन 1383 में सादीपुर में भीषण अगलगी की घटना हुई थी. अगलगी से बहुत सारे घर तथा सभी सामान व अनाज जल कर पूरी तरह से राख हो गया था. इससे दर्जनों परिवार बेघर हो गये थे. उस समय दुमका में अग्निशमन यंत्र उपलब्ध नहीं रहने से बंगाल के सिउड़ी से अग्निशमन यंत्र मंगवाया गया था. आग की लपटें इतनी तेज थी कि अग्निशमन यंत्र से भी काबू नहीं पाया गया था. गांव में जगह-जगह महीनों तक धूआं उठ रहा था. भीषण अगलगी के बाद ग्रामीणों ने प्रतिवर्ष गांव में ब्रह्मा पूजा करने का निर्णय लिया था. प्रतिवर्ष बांग्ला 20 वैशाख ब्रह्मा पूजा होती है. ब्रह्मा पूजा के दिन पूजा नहीं होने तक ग्रामीण अपने घरों में चूल्हा नहीं जलाते हैं. बताया जाता है कि एक अगरबत्ती की चिंगारी से अगलगी थी. देखते ही देखते आग की लपटें चारों ओर फैल गयी थी. उस समय अधिकांश घरों के छत फूस के थे. पक्के मकानों की संख्या बहुत कम थी. फोटो ब्रह्मा पूजा में शामिल पूजारी व ग्रामीण
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