पूर्णिया. पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में कुल 22 मामलों की सुनवाई हुई, जिसमें आठ मामले निष्पादित किये गये. चार मामलों में पति-पत्नी की जिद को देखते हुए उन्हें थाना अथवा न्यायालय जाने की सलाह दी गई. जबकि चार मामलों में पति-पत्नी का घर फिर से बसा दिया गया. बायसी थाना के एक सोहर की शिकायत थी कि डगरूआ की एक युवती, जिससे वह प्यार करता था, वह उसे लेकर भाग गई थी. उसके कहने पर उसे उसके साथ निकाह करना पड़ा. जबकि पत्नी का कहना था कि भगा ले जाने की बात वह झूठ बोल रहा है. वह नहीं, उसके पति ही उसे भगा कर ले गया था. अब वह दहेज की मांग कर रहा है. महिला ने कहा कि जिस समय उसे लड़की पैदा हुई, पति उसे बगैर बताये घर छोड़कर भाग गया था. दो साल तक उसका कहीं अता-पता नहीं चला. पति दहेज की बात से साफ इनकार किया और पत्नी को साथ रखने के लिए तैयार हो गया. तब पत्नी ने कहा कि दहेज नहीं मांगेगा तो वह पति के साथ रहने के लिए तैयार हैं. दोनों का मिलन हो गया. मामला को सुलझाने में पुलिस इंस्पेक्टर बबन कुमारी सिन्हा, परिवार परामर्श केंद्र के सदस्य अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैश्ययंत्री, रविंद्र साह,जीनत तक रहमान, प्रमोद कुमार जायसवाल एवं नारायण गुप्ता शामिल थे. फोटो. 3 पूर्णिया 18-मामले का निष्पादन करते परिवार परामर्श केंद्र के सदस्य
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