बालूमाथ. प्रखंड के गणेशपुर गांव में अमरेश सिंह के पुत्र स्व. रामजय सिंह के नाम पर विभिन्न योजनाओं में फर्जी मस्टर रोल बनाकर राशि निकालने का मामला प्रखंड में काफी चर्चा में रहा था. प्रभात खबर में समाचार प्रकाशित होने के बाद अपर सचिव शैल प्रभा कुजूर ने मनरेगा लोकपाल से मामले की जांच करायी थी. जांच में भारी अनियमितता मिली थी. इसके बाद अपर सचिव ने लातेहार उपायुक्त को पत्रांक 2/ 24 दिनांक 27 फरवरी 2024 के तहत 15 दिन के अंदर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन दो माह बाद भी उक्त मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई. किसी भी कर्मी पर कार्रवाई नहीं होने से प्रखंड प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो रहा है. निर्देश पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि गणेशपुर में मनरेगा के तहत संचालित योजनाओं में मृत व्यक्ति के नाम पर फर्जी मास्टर रोल तैयार कर अवैध तरीके से राशि की निकासी हुई है. जांच के दौरान आरोप सत्य पाया गया है. इस मामले में बीपीओ, रोजगार सेवक, पंचायत सेवक, मुखिया, मेठ व कंप्यूटर ऑपरेटर की संलिप्तता पायी गयी थी. सभी दोषियों से गबन की राशि 12 फीसदी ब्याज के साथ वसूलने का निर्देश दिया गया था. गबन में शामिल सरकारी पदाधिकारी, कर्मियों के विरोध में निलंबन प्रक्रिया तथा आरोप पत्र प्रपत्र क गठन अथवा विभागीय कार्रवाई की बात कही गयी थी. संविदा कर्मियों के संविदा रद्द करते हुए कार्रवाई करने का निर्देश था. दो माह बाद भी सभी कर्मी पूर्व की तरह काम कर रहे है. इस संबंध में बीडीओ सोमा उरांव ने कहा कि अभी मामले की जांच चल रही है. इसी कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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