जमुई.
सदर थाना क्षेत्र के एक गांव में बीते सप्ताह हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में तीनों नामजद आरोपितों ने न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. बीते एक मई को दो नामजद द्वारा कोर्ट में आत्मसमर्पण किया गया था. शेष बचे तीसरे नामजद ने शुक्रवार को आत्मसमर्पण किया है. जानकारी देते अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश सुमन ने बताया कि बीते 25 अप्रैल की रात्रि एक नाबालिग लड़की के साथ तीन युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था. उन्होंने बताया कि इस घटना में तीनों नामजदों ने माननीय न्यायालय समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि घटना की सूचना के उपरांत पुलिस द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही थी. तीनों नामजद अभियुक्तों का तकनीकी सर्विलांस भी किया जा रहा था. जमुई पुलिस द्वारा तीनों अभियुक्तों के विरुद्ध वारंट प्राप्त कर लिया गया था. सभी अभियुक्तों के विरुद्ध पुलिस विधिसम्मत रूप से इश्तेहार और कुर्की की कार्रवाई की जा रही थी. एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई व निरंतर दबिश के कारण तीनों नामजद अभियुक्तों ने आत्मसमर्पण सुनिश्चित किया है. इस घटना के अनुसंधान में पुलिस को पीड़िता के मेडिको-लीगल दस्तावेज प्राप्त हो चुके हैं. पुलिस घटना में उपलब्ध दस्तावेजी साक्ष्यों व विभिन्न बयानों के आधार पर हर पहलू पर सूक्ष्म अनुसंधान कर रही है.घरेलू विवाद में पति ने पत्नी को पीटा, सदर अस्पताल में भर्ती
जमुई.
सदर थाना क्षेत्र के मुर्गियाचक गांव में शुक्रवार सुबह घरेलू विवाद में पति ने अपनी पत्नी को पीटकर घायल कर दिया. सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने उसके पति को हिरासत में ले लिया. घायल महिला को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया. घायल महिला मुर्गियाचक गांव निवासी गणेश चौधरी की पत्नी उषा देवी ने बताया कि छोटी-छोटी बात को लेकर अक्सर मेरे पति मेरे साथ मारपीट करते हैं. शुक्रवार की सुबह हमदोंनों के बीच कहा सुनी हुई और धारदार हथियार से मेरे सिर पर हमला कर दिया, जिससे मैं घायल हो गयी. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है