मुजफ्फरपुर. गायघाट थाना क्षेत्र के मिश्रौलिया गांव के रहने वाले किराना कारोबारी रामदरश राय का मोबाइल हैक कर फर्जी तरीके से आधार व पैन कार्ड का इस्तेमाल कर आधा दर्जन लोगों से 77 लाख रुपये की ठगी कर ली गयी. इसमें मनियारी थाना के चैनपुर बंगरा निवासी मो. साकिर राजा उर्फ समीर और उसके बड़े भाई मोहम्मद राजा पर आरोप लगाते हुए साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इंस्पेक्टर सुधाकर पंडित इस कांड की जांच करेंगे. साइबर थाने में दर्ज प्राथमिकी में रामदरश राय ने बताया कि उनका बेनीबाद थाना क्षेत्र के केवटसा कटरा मोड़ पर पिछले 12 साल से तुलसी किराना स्टोर नामक दुकान है. उनके स्टोर से सटे 100 मीटर दूर एक किराये के मकान में मो. शाकिर उर्फ समीर व मो. राजा पूरे परिवार के साथ रहता था. मो. शाकिर प्रतिदिन अपने घर से उनकी दुकान पर रोजमर्रा का सामान खरीदने के लिए आता था. इस दौरान उसने दोस्ती बढ़ा ली. उसके पास कीपैड मोबाइल फोन था. लेकिन, आरोपी ने जबरन उसको एंड्रॉयड फोन खरीदने को तैयार कर लिया. वह भी ऑनलाइन बच्चा पढ़ाई कर लेगा, इस बात पर फोन खरीदने के लिए तैयार हो गये. आरोपी ने अपने ही आइडी से एक मोबाइल फोन ऑर्डर करके मंगवा दिया. इसके एवज में उससे आठ हजार रुपये नकद लिये. उसको मोबाइल फोन देने से पहले आरोपी ने बिना स्क्रीन दिखाये करीब 20 मिनट तक कुछ छेड़छाड़ की. आरोपी पहचान का नाजायज फायदा उठाते हुए जब भी दुकान पर आता तो उससे बिना पूछे घंटों मोबाइल में छेड़छाड़ करता रहता था. जून 2022 में आरोपी ने उन्हें जानकारी दिए बिना दुकान की दराज में रखे आधार व पैन कार्ड की तस्वीर खींच ली. उसके बाद बैंक की पॉश मशीन का ऑर्डर कर दिया. इसके बाद उससे तीन हजार रुपये भी लिये. मार्च 2023 में साकिर राजा ने उसको एक कंपनी में साझेदारी का प्रस्ताव दिया. इसका मुख्य काम आटा, चीनी व अन्य किराना आइटम्स की पैकिंग करना था. इसमें उसको 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी का वादा किया था. लेकिन, आरोपी ने उसको मात्र 20 प्रतिशत की हिस्सेदारी दी. वहीं, कंपनी का जो काम था उसमें भी फर्जीवाड़ा कर मुख्य कार्य एक्सपोर्ट इंपोर्ट का रख लिया. आरोपी ने उसका मोबाइल फोन व अन्य कागजात का इस्तेमाल करके उसके खाते से 18 जून 2022 से 28 मार्च 2024 के बीच 60 लाख रुपये व नकद तीन लाख रुपये की ठगी कर ली. इसके अलावा अन्य कई लोगों से फ्रॉड किया. आरोपी किराये का मकान छोड़कर फरार हो गया है. उसका चारों मोबाइल नंबर भी बंद है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है