वाल्मीकिनगर. वीटीआर वन प्रमंडल दो के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र कॉलेश्वर जंगल के हाथी शाला के समीप वन कक्ष संख्या टी-2, हाथी मलखनता, वन कक्ष संख्या टी-36 और जल संसाधन विभाग के ऊपरी शिविर तीन नंबर पहाड़ के जंगल में शुक्रवार को आग लगने से लगभग 13 एकड़ जंगल जल गया. घटना की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के रेंजर राजकुमार पासवान ने फायर वाचरों और वन कर्मियों की टीम को घटनास्थल की ओर रवाना किया. वन कर्मियों और फायर वाचरों की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद तेज पछुआ हवा के बीच आग पर काबू पा लिया गया. किंतु इस अगलगी में लगभग 13 एकड़ जंगल क्षेत्र में छोटे-छोटे झाड़ियों और पौधों को जलने से बचाया नहीं जा सका. बताते चले कि इन दिनों पड़ रहे भीषण गर्मी से खरपतवार सुख गए हैं. जिससे आग की एक छोटी चिंगारी से आग पेट्रोल की भांति फैल जाती है. वन विभाग द्वारा शाकाहारी जीवों के लिए जंगल में ग्रासलैंड भी बनाया गया है. अगलगी के कारण हरी-भरी घास और नये पौधे जल जाते है. अगलगी के कारण कीमती पेड़ों सहित जंगल में रहने वाले छोटे-छोटे जीव-जंतुओं को काफी नुकसान पहुंचता है. अगलगी के बाबत पूछे जाने पर रेंजर ने बताया कि आग की सूचना वन विभाग को प्राप्त हुई. वन कर्मियों और फायर वाचरों की टीम को वनरक्षी के नेतृत्व में घटनास्थल पर भेजा गया है. वन कर्मियों की तत्परता से आग पर काबू पा लिया गया है. हालांकि इसमें छोटे-छोटे झाड़ियों को नुकसान पहुंचा है. जिसके कारण भारी नुकसान होने से बच गया है. आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है. फायर वाचरों सहित वन कर्मियों को जंगल के विभिन्न क्षेत्रों में निगरानी के लिए सतर्क कर दिया गया है.
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