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प्रतिदिन 2180 मरीजों को देना होगा उचित परामर्श

सरकार द्वारा मरीजों को घर बैठे इलाज की सुविधा ई-संजीवनी एप से मुहैया कराई जा रही है. मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है. सुबह नौ बजे से शाम तीन बजे तक मरीज ई-संजीवनी एप संचालित ऑनलाईन ओपीडी का लाभ उठा सकते हैं.

मधुबनी . सरकार द्वारा मरीजों को घर बैठे इलाज की सुविधा ई-संजीवनी एप से मुहैया कराई जा रही है. मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है. सुबह नौ बजे से शाम तीन बजे तक मरीज ई-संजीवनी एप संचालित ऑनलाईन ओपीडी का लाभ उठा सकते हैं. जिले के कई मरीज भी विशेषज्ञ चिकित्सकों से घर बैठे इलाज करा रहे हैं. जिले के 436 स्वास्थ्य उपकेंद्र से उपलब्ध करायी जा रही टेलीकंसल्टेशन की सुविधा के लक्ष्य का दोबारा निर्धारण किया गया है. इसके तहत टेलीकंसल्टेशन से प्रतिदिन 2180 मरीजों को परामर्श देना होगा. इस कार्यक्रम के तहत जिले में प्रतिमाह 54 हजार 500 मरीजों को हर महीने टेलीकंसल्टेशन की सुविधा उपलब्ध होगी. इस संबंध में सचिव स्वास्थ्य सह कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति संजय कुमार सिंह ने सिविल सर्जन को पत्र जारी कर आवश्यक दिशानिर्देश दिया है.

लक्ष्य के अनुपात में जिले को हासिल करनी होगी उपलब्धि

जारी पत्र में सात निश्चय पार्ट-2 के अंतर्गत सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायी जानी है. सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर चिकित्सीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. जिले के 436 स्वास्थ्य उपकेंद्रों द्वारा प्रतिदिन कम से कम 45 मरीजों को चिकित्सीय परामर्श दिया जाना है. यह आंकड़ा जिले के लिए प्रतिदिन 2180 मरीजों को टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस तरह से हर महीने जिले में 54 हजार 500 मरीजों को टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा. टेलीकंसल्टेशन के तहत मरीज अपनी समस्या बताकर डाक्टर से परामर्श ले सकते हैं. मरीज इस सुविधा का प्रयोग कर अस्पताल में लगने वाली भीड़ व आने-जाने वाले समय को भी बचा सकते है. चिकित्सक के द्वारा बताए गए दवा को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से नि:शुल्क लिया जा सकता है. इसके अलावा स्वास्थ्य उप केंद्रों पर कार्यरत एएनएम के माध्यम से भी टेलीमेडिसिन सुविधा से जुड़कर वीडियो कॉल के जरिए इलाज करा सकते है. वीडियो कॉल के जरिए मरीज और डाक्टर एक-दूसरे के सामने आते हैं. मरीज को डाक्टर ऑनलाइन परामर्श देते हैं. इलाज से जुड़े डाक्टर के पर्ची की साफ्ट कापी भी तुरंत ऑनलाइन ही मिल जाती है, जिसके बाद पर्ची का प्रिंट निकाल सकते हैं.

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